बांग्लादेशी हिंसा के साथ जम्मू में गरमाया रोहिंग्या का मुद्दा, बीजेपी का NC-Congress पर हमला; फारूक ने दिया ये जवाब
जम्मू-कश्मीर में रोहिंग्याओं को बसाने के मुद्दे पर भाजपा ने नेकां और कांग्रेस पर हमला बोला है। भाजपा का कहना है कि रोहिंग्याओं का संबंध आतंकियों से हैं और उन्हें जम्मू-कश्मीर से निकाला जाना चाहिए। साथ ही भाजपा ने रोहिंग्याओं को बसाने वालों के खिलाफ जांच की मांग की है। नेकां सरकार रोहिंग्याओं के समर्थन में खड़ी दिख रही है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में रोहिंग्याओं को बसाने के मुद्दे पर भाजपा आक्रामक रुख अपनाए है और नेकां व कांग्रेस की घेराबंदी कर रही है। साथ ही रोहिंग्याओं को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बता उन्हें जम्मू-कश्मीर से निकालने के साथ इन्हें यहां बसाने वालों के खिलाफ जांच की मांग उठा रही है।
नेकां अभी भी रोहिंग्याओं के समर्थन में डटी दिख रही है। अब कांग्रेस भी इस मुद्दे पर मुस्लिम कार्ड खेलने से नहीं चूक रही। बता दें कि जम्मू और आसपास के शहरों में 13700 से अधिक रोहिंग्या हैं। जम्मू प्रशासन ने रोहिंग्याओं के बिजली और पानी के कनेक्शन काटने का अभियान चलाया था।
'केंद्र सरकार ने रोहिंग्याओं को बसाया'
नेकां के मंत्री और स्वयं मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला इस कार्रवाई के खिलाफ उतर आए और किसी भी स्थिति में कनेक्शन नहीं काटने देने के आदेश दिए। मंगलवार को नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला भी यही राग अलापते दिखे और कहा कि जब तक रोहिंग्या यहां हैं, उन्हें बिजली-पानी देना हमारी जिम्मेवारी है। केंद्र सरकार ने ही रोहिंग्याओं को जम्मू में बसाया था।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा ने कांग्रेस और नेकां को घेरते हुए कहा कि वह बताएं कि जम्मू में रोहिंग्यों के शरणदाता कौन हैं। उन्होंने कहा कि रोहिंग्यों को न सिर्फ निकाला जाए अपितु यह सच भी सामने लाया जाए कि उन्हें बसाने में किसने मदद की।
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आतंकियों से जुड़े हैं रोहिंग्याओं के तार- भाजपा
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सत शर्मा ने रोहिंग्या को देश की सुरक्षा के लिए खतरा करार देते हुए कहा कि कई बार उनके तार आतंक से भी जुड़े हैं। कांग्रेस व नेशनल कांफ्रेंस बताएं कि यहां बसाने वाले लोग कौन हैं।
इंटरनेट मीडिया एक्स पर भी वीडियो पोस्ट कर भाजपा ने आरोप मढ़ा कि नेकां वोट बैंक की राजनीति के चलते रोहिंग्याओं का समर्थन कर रही है और इससे देश की सुरक्षा को खतरा पैदा हो रहा है।
रोहिंग्याओं को सुविधाएं मुहैया कराने का निर्णय कर फिर वोट बैंक की राजनीति कर रहीं उमर सरकार। pic.twitter.com/pmtd4ArAfe
— BJP Jammu & Kashmir (@BJP4JnK) December 10, 2024
भाजपा नेता मुनीश शर्मा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा अवैध रूप से बसे रोहिंग्याओं की पैरवी कई सवाल पैदा कर रही है। रोहिग्याओं को शरण देने वाले वाले देश के हितेषी नही हैं।
बिजली-पानी देना हमारी जिम्मेवारी- फारूक
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि रोहिंग्याओं पर फैसला केंद्र को लेना है। इसलिए रोहिंग्या जब तक यहां हैं, उनको पानी-बिजली देना सरकार की जिम्मेदारी है। वह लखनपुर में मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में असली मुद्दा रोजगार का है।
उन्होंने स्वास्थ्य और शिक्षा की स्थिति को खराब बताते हुए इसमें प्राथमिकता के आधार पर सुधार लाने पर जोर दिया। फारूक ने राज्य की स्थिति की जल्द बहाली की जोरदार वकालत की।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर उन्होंने कहा कि केंद्र को इस पर ध्यान देना चाहिए। हालांकि उन्होंने इल्तिजा मुफ्ती द्वारा हिंदुओं के खिलाफ की गई टिप्पणी पर कुछ कहने से इन्कार कर दिया।
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