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    Srinagar Encounter: बिस्किट बना लश्कर कमांडर उस्मान का काल, श्रीनगर में जवानों ने आतंकी को ऐसे किया ढेर

    15 लाख का इनामी आतंकी उस्मान उर्फ छोटा वलीद को ढेर करने में बिस्किट ने अहम भूमिका निभाई। सुरक्षाबलों ने आवारा कुत्तों को बिस्किट खिलाकर उन्हें शांत किया ताकि उनके भौंकने से आतंकी सतर्क न हो सकें। इस ऑपरेशन की सफलता सुरक्षाबलों की चुनौतियों से निपटने की क्षमता को दर्शाती है। उस्मान 3 साल से सुरक्षाबलों के लिए सिरदर्द बना हुआ था।

    By satnam singh Edited By: Rajiv Mishra Updated: Mon, 04 Nov 2024 07:28 AM (IST)
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    अबु उस्मान को मारने के लिए सुरक्षाबलों ने बिस्कुट का लिया सहारा (फाइल फोटो)

    प्रेट्र, श्रीनगर। कश्मीर में कुख्यात आतंकी उस्मान उर्फ छोटा वलीद को मार गिराने में बिस्किट की अहम भूमिका रही। सुरक्षाबलों के लिए अभियान के दौरान महत्वपूर्ण चिंता आवारा कुत्तों की उपस्थिति थी, जिनके भौंकने से आतंकी संभावित रूप से सतर्क हो सकते थे। सुरक्षा अधिकारियों की रणनीति के बाद जब टीम अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ी तो उन्होंने आवारा कुत्तों को शांत करने के लिए बिस्किट खिलाए।

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    लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था उस्मान

    बता दें कि उस्मान पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का डिवीजनल कमांडर था, जो गत दिवस श्रीनगर के खानयार इलाके में दिन भर चली मुठभेड़ में मारा गया। सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार इस ऑपरेशन की सफलता से यह साबित होता है कि सुरक्षाबल किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं।

    वे अपने ऑपरेशनों की सुरक्षा और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए अनोखे समाधान ढूंढते हैं। यह मुठभेड़ जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ है।

    क्षेत्र में शांति बनाए रखने में सुरक्षा बलों की लगातार चुनौतियों को उजागर करती है। दो साल में शहर में पहली बड़ी मुठभेड़ थी। ऑपरेशन में स्थानीय पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल शामिल थे।

    2016-17 में आया था कश्मीर

    अधिकारियों ने कहा कि उस्मान कश्मीर घाटी के इलाके से अच्छी तरह परिचित था और साल 2000 के दशक की शुरुआत में प्रारंभिक गतिविधियों के बाद से कई आतंकवादी हमलों को अंजाम देने में शामिल था।

    पाकिस्तान में कुछ समय बिताने के बाद साल 2016-17 में घुसपैठ कर कश्मीर आ गया था और पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर वानी की गोली मारकर हत्या करने के मामले में शामिल था।

    आवारा कुत्तों के लिए बिस्किट ले गए थे सुरक्षाकर्मी

    जब खुफिया जानकारी ने उस्मान की रिहायशी इलाके में मौजूदगी का संकेत दिया तो ऑपरेशन को सुनिश्चित करने के लिए सावधानीपूर्वक नौ घंटे की योजना बनाई गई।

    एक तरह की खास चिंता आवारा कुत्तों की उपस्थिति थी, जिनके भौंकने से आतंकी सचेत हो जाते हैं। इसका मुकाबला करने के लिए खोजी टीमों को बिस्किट से लैस किया गया था, कुत्तों को देखते ही उनके सामने बिस्किट डाले गए, ताकि सुरक्षाबलों को लक्ष्य तक पहुंचने में कोई दिक्कत न हो।

    भीषण गोलीबारी में ढेर हुआ उस्मान

    मुठभेड़ के दौरान कुछ ग्रेनेड में विस्फोट हुआ, जिससे आग लग गई। सुरक्षाकर्मियों ने इसे रोकने के लिए घर को तुरंत नियंत्रित कर लिया, ताकि आसपास के घरों में आग न फैल जाए। कई घंटों की भीषण गोलीबारी के बाद उस्मान को ढेर कर दिया गया।

    यह ऑपरेशन विशेष रूप से सुरक्षा बलों के लिए एक महत्वपूर्ण जीत है, क्योंकि द रेजिस्टेंस फ्रंट के आतंकी गैर-स्थानीय श्रमिकों और सुरक्षाकर्मियों को निशाना बना रहे हैं।

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