कैसा संयोग! सत्यपाल मलिक के कार्यकाल में आज ही हटा था Article 370, निधन के बाद जम्मू-कश्मीर के नेताओं का आया रिएक्शन
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया वे लम्बे समय से बीमार थे। यह संयोग है कि आज ही के दिन उनके कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को निरस्त किया गया था। सत्यपाल मलिक अगस्त 2018 से अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के अंतिम राज्यपाल रहे। उनके कार्यकाल में ही जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म हुआ था।

डिजिटल डेस्क, जम्मू। जम्मू्-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का आज दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। यह संयोग की बात है कि आज ही के दिन उनके कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को निरस्तीकरण किया गया था।
सत्यपाल मलिक अगस्त 2018 से लेकर अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के अंतिम राज्यपाल रहे। उनके कार्यकाल के समय ही जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म हुआ और वह प्रदेश दो भागों में बंटकर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के रूप में केंद्रशासित प्रदेश बना।
विवादों में रहे सत्यपाल मलिक
सीबीआई ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक समेत आठ लोगों के विरुद्ध जम्मू की विशेष अदालत में आरोपपत्र दायर किया था। जांच एजेंसी के अनुसार, किरू जलविद्युत परियोजना के सिविल कार्यों के लिए 2200 करोड़ रुपये का ठेका आवंटित करने में नियम व प्रक्रिया का उल्लंघन हुआ है।
सत्यपाल मलिक 23 अगस्त 2018 से 31 अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर राज्य के राज्यपाल रहे हैं। उन्होंने फरवरी 2022 में एक साक्षात्कार में आरोप लगाया था कि उन्हें किरू जलविद्युत परियोजना से संबधित कुछ फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये बतौर रिश्वत पेशकश की गई थी।
इस पर तत्कालीन जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मामले की सीबीआई जांच कराने का फैसला लिया था। 20 अप्रैल 2022 को सीबीआई ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
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जम्मू-कश्मीर के नेताओं की आई प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता सुनील शर्मा ने कहा ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण खबर है। जम्मू-कश्मीर में उनका कार्यकाल 1-1.5 साल लंबा था। मैं यहां उनके कार्यकाल के दौरान व्यक्तिगत रूप से उनके संपर्क में था। हम उनसे कई मौकों पर मिलते थे... हर किसी को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है, और यह पूरी तरह से उन पर निर्भर था कि वे खुद को कैसे व्यक्त करते हैं... उन्होंने चार राज्यों के राज्यपाल के रूप में कार्य किया है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए इसे एक बड़ी क्षति बताया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक इतिहास के एक महत्वपूर्ण दौर में मलिक की भूमिका को याद किया।
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