जम्मू के बाद, अब पांच अगस्त को श्रीनगर में दिए जाएंगे आतंकवाद पीड़ितों के स्वजनों को नियुक्ति पत्र
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा प्रयासरत हैं। उन्होंने पुलवामा और जम्मू में पीड़ितों को नियुक्ति पत्र दिए और अब श्रीनगर में भी नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। डोडा किश्तवाड़ राजौरी पुंछ जैसे जिलों से सबसे अधिक आवेदन आ रहे हैं। उपराज्यपाल ने कहा है कि आतंकवाद से पीड़ित अंतिम व्यक्ति को सहायता मिलने तक यह अभियान जारी रहेगा।

राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के साढ़े तीन दशकों के दौरान हजारों ऐसे पीड़ित हैं जिनके साथ न्याय नहीं हुआ है। किसी ने उनकी सुध नहीं ली।
अब उपराज्यपाल मनोज सिन्हा इन पीड़ितों के साथ न्याय कर उन्हें सरकारी नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र दे रहे हैं। बारामुला और जम्मू में के बाद अब पांच अगस्त को श्रीनगर में भी वह आतंकवाद पीड़ितों को नियुक्ति पत्र देंगे।
उपज्यपाल ने पुलवामा में आयोजित कार्यक्रम में आतंकवाद पीड़ित चालीस लोगों को नियुक्ति पत्र दिए थे। एक दिन पहले जम्मू के कन्वेंशन सेंटर में अस्सी पीड़ितों को विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र दिए।
यह भी पढ़ें- 'यह कोई आसान काम नहीं...', पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड के ढेर होने पर लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के पिता क्या बोले?
अब पांच अगस्त को श्रीनगर में भी नियुक्ति पत्र दिए आएंगे। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। इसमें भी 90 के करीब लोगों को नियुक्ति पत्र दिए जाने की उम्मीद है। पांच अगस्त को ही जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को भी समाप्त किया गया था और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया था।
उपराज्यपाल ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि जब तक जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से पीड़ित अंतिम व्यक्ति को नियुक्ति पत्र नहीं दिया जाएगा या उन्हें स्वरोजगार के लिए सहायता नहीं दी जाएगी तब तक, यह अभियान जारी रहेगा। सभी जिलों में इसके लिए हेल्पलाइन स्थापित की गई हैं। डोडा, किश्तवाड़, राजौरी, पुंछ जैसे जिलों में सबसे अधिक आवेदन आ रहे हैं।
सिर्फ डोडा जिले में ही अभी तक 441 लोग आवेदन कर चुके हैं। अन्य जिलों में भी इसी तरह से आवेदन आ रहे हैं। एक उच्चाधिकारी ने बताया कि आवेदन आने के बाद उसकी पूरी समीक्षा की जाती है।
यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में पिछले चार साल से एक्टिव था आतंकी मूसा, दो साल में आठ जवान सहित 46 लोगों की ली जान
सीआइडी से उसका सत्यापन होता है और मामला सही पाए जाने के बाद ही नियुक्ति पत्र दिए जाते हैं। उनका कहना है कि बहुत से परिवारों के लोगों को आतंकियों ने मारा है। उस समय उनके बेटे या बेटियां नाबालिग थे और आवेदन करने के बावजूद उन्हें रोजगार नहीं दिया गया था। इसके बाद किसी ने सुध नहीं ली।
अब इन परिवारों को भी उम्मीद जगी है कि उन्हें रोजगार दिया जाएगा। इसी के तहत आवेदन करने वालों की संख्या बढ़ी है।
इन लोगों को मिला रोजगार
किश्तवाड़ : जय सिंह, हेमा कुमारी, बशीर अहमद, शब्बीर अहमद, सोनिका सेन, धीरज कुमार, रमेश कुमार, चंद्र प्रकाश, सज्जाद हुसैन, आशीष परिहार, सुरेश कुमार
डोडा : साइना बानो, वरुण सिंह सुंबरिया, फरीद अहमद, शमीम अहमद, सुनील सिंह, बीना देवी, आकिब जावेद गनई, संजय कुमार, मोहममद युनूस, मुनीब उल इस्लाम, करिश्मा देवी, सुखजीत कुमार, इरफाज अहमद, मोहम्मद यासीन
रामबन : सतीश सिंह, शौयब अहमद, बदर सिंह, बबली देवी, मोहम्मद इरशाद नायक, रछपाल सिंह, अब्दुल रौफ, सायरा अंजुम,
पुंछ जिला : मोहम्मद फारूक, राजेश कुमार, नाजिया कौसर, इमरान अली, निसार अहमद, अरशद हुसैन, शब्बीर अहमद, मोहम्मद इद्रीस, मुस्तफा कमाल चौधरी,
राजौरी जिला : गुलाम कादिर, मोहम्मद शकुर, मोहम्मद आरिफ, गफुर अहमद, रियासत खान, मोेहम्मद फरीद, नीरज कुमार, जबर अली, शबनम कौसर, वीरेंद्र सिंह, रछपाल सिंह, मुख्तयार अहमद, मोहम्मद शफीक, हाकीम सिंह, अब्दुल वाहिद, सज्जाद अहमद, साहिल शरीफ, मोहम्मद फारूक, भूपेंद्र सिंह
रियासी जिला : जावेद अहमद, पप्पु राम, अशफाक अहमद, मोहम्मद उमर, विपिन सिंह, रेयाज अहमद
सांबा जिला : तुषार शर्मा, मोहम्मद मुश्ताक, विकास शर्मा
कठुआ : अजय कुमार, ऊषा देवी, नीमा बशीर, सतीश सिंह, सरफराज सफदर, अंजु देवी
उधमपुर : मोहम्मद जावेद, मरीन अख्तर, गफ्फर अहमद, इकबाल
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।