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    पाकिस्तानी आतंकियों की अब खैर नहीं, ढूंढ-ढूंढकर सेना कर रही है सफाया; अब तक 42 दहशतगर्द ढेर

    Updated: Sat, 21 Dec 2024 12:42 PM (IST)

    Jammu Kashmir Terror Attack जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई के मंसूबों पर सुरक्षाबलों ने पानी फेर दिया है। इस साल अब तक 70 आतंकियों में से 42 विदेशी हैं। इनमें से 17 को एलओसी या अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास ही ढेर कर दिया गया। कुलगाम में हिजबुल मुजाहिदीन के ऑपरेशनल कमांडर समेत पांच आतंकियों को मार गिराया गया।

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    राजौरी में लश्कर के हैंडलर की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई करते पुलिस अधिकारी। (सौ- पुलिस)

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आइएसआई तथा सीमा पार बैठे आतंकी संगठनों के षड्यंत्र की जम्मू कश्मीर में दाल गल नहीं रही। सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ की हर साजिश नाकाम की जा रही है।

    घुसपैठ की कोशिश करने वाले विदेशी आतंकियों को सुरक्षाबल सीमा पर ही मार गिरा रहे हैं। अगर कोई आतंकी घुसपैठ में सफल भी रहा तो सुरक्षाबल उसे जम्मू कश्मीर के भीतरी इलाके में खोजकर ढेर कर दे रहे हैं। आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं।

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    इस साल मारे गए 42 विदेशी आतंकी

    इस वर्ष अब तक प्रदेश में मारे गए 70 आतंकियों में 42 विदेशी हैं। विदेशी आतंकियों को मार गिराने का यह एक बड़ा आंकड़ा है। खास बात यह कि 17 विदेशी आतंकियों को सुरक्षाबलों ने एलओसी या फिर अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मार गिराया है, जब वह भारतीय क्षेत्र में घुसने का प्रयास कर रहे थे।

    भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर पूरे जम्मू कश्मीर खासकर घाटी में आतंकियों और उनके मददगारों को खोज-खोजकर पकड़ने या फिर मार गिराने का अभियान चला रखा है।

    कुलगाम में मारे गए थे 5 आतंकी

    सीमा पर बीएसएफ और सेना के जवानों की चौकसी इतनी व्यापक है कि आतंकी नजर से बच नहीं सकते। प्रदेश के भीतर इलाकों में आतंकियों को बिल से निकलते ही ढेर कर दिया जा रहा है। एक दिन पहले गुरुवार को ही सुरक्षाबलों ने कुलगाम में एक भीषण मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के ऑपरेशनल कमांडर समेत पांच आतंकियों को मार गिराया था।

    इन आतंकियों के मारे जाने के साथ ही कश्मीर में हिजबुल का लगभग खत्मा भी हो गया है। उसके अब दो से तीन आतंकी ही कश्मीर में जिंदा बचे हैं, जो भी आज नहीं तो कल मारे जाएंगे।

    अधिकारियों ने बताया कि मौजूदा वर्ष में बारामुला, बांडीपोरा, कुपवाड़ा, कुलगाम, जम्मू, ऊधमपुर, कठुआ, डोडा और राजौरी में सुरक्षाबलों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ में 42 आतंकी मारे गए हैं।

    राजौरी में लश्कर के हैंडलरों की संपत्ति कुर्क

    पुलिस ने राजौरी में शुकवार को पाकिस्तान में छिपे आतंकी हैंडलर जिया उल रहमान की संपत्ति कुर्क की। 19 मरला (574 वर्ग गज) की यह संपत्ति जिले में बुद्धल के समोट में है। वह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करता है।

    यह कार्रवाई कोटरंका के पुलिस अधीक्षक वजाहत हुसैन और तहसीलदार सैयद साहिल के नेतृत्व में पुलिस और नागरिक प्रशासन की टीम ने की। जिया उल हक के खिलाफ पुलिस स्टेशन बुद्धल में मामला दर्ज है। वह देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है।

    वर्तमान में वह गुलाम जम्मू कश्मीर में छिपा है ओर वहीं से जम्मू कश्मीर में आतंकी गतिविधियां चला रहा है। वह राजौरी, पुंछ व रियासी जिले में आतंकी हमलों का षड्यंत्र रचता है। इन जिलों में कई हमले इसके इशारे पर हुए हैं।

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    जिलेवार विदेशी आतंकी ढेर

    • कुपवाड़ा जिले के केरन, टंगडार, मच्छल और लोलाब में अलग-अलग मुठभेड़ों में 12 आतंकी मारे गए।
    • जम्मू के अखनूर सेक्टर में गत अक्टूबर में हुई मुठभेड़ मे तीन विदेशी आतंकी मारे गए हैं।
    • डोडा जिले के बजाड और अस्सर में दो मुठभेड़ों में चार आतंकी मारे गए।
    • कठुआ के सैडा हीरानगर में दो विदेशी आतंकी मारे गए गए हैं।
    • उधमपुर के खंडरा टाप बसंतगढ़ में भी दो विदेशी आतंकियों को मार गिराया गया है।
    • श्रीनगर जिले में गत नवंबर में जैश-ए-मोहम्मद का विदेशी आतंकी मारा गया।
    • बांडीपोरा में एक और कुलगाम के पायीन में एक विदेशी आतंकी मारा।
    • राजौरी जिले के नौशहरा में इस साल दो विदेशी मारे गए हैं।

    सबसे अधिक बारामुला में ढेर

    सबसे ज्यादा 14 विदेशी आतंकी उत्तरी कश्मीर के जिला बारामुला में मारे गए हैं। बारामुला के सबूरा नाला उड़ी, चक तापर, करीरी, कमलकोट उड़ी, नौपोरा, हदीपोरा, सागीपोरा, वतरगाम और राजपोरा सोपोर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच नौ बार मुठभेड़ हुई है।

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