JK News: हिजबुल मुजाहिदीन ने कश्मीर में बनाया नया कमांडर, घाटी में नए आतंकियों की भर्ती तेज करने का सुनाया फरमान
हिजबुल मुजाहिदीन ने तारिक उल इस्लाम नामक आतंकी को जम्मू कश्मीर में संगठन की कमान सौंपी है इसके साथ ही गाजी महमूद गजनवी को दक्षिण कश्मीर का डिप्टी चीफ आप्रेशनल कमांडर बनाया गया है। हिजब ने नए आतंकी कमांडरों को अपनी गतिविधियों में तेजी लाने और फिर से नेटवर्क को मजबूत बनाने का निर्देश दिया है। नए आतंकियों की भर्ती तेज करने का फरमान सुनाया है।

नवीन नवाज, जागरण, जम्मू। फारुक अहमद बट उर्फ नल्ली उर्फ अबु उबैदा और उसके चार साथियों के मारे जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को हिजबुल मुजाहिदीन ने तारिक उल इस्लाम नामक आतंकी को जम्मू कश्मीर में संगठन की कमान सौंपी है इसके साथ ही गाजी महमूद गजनवी को दक्षिण कश्मीर का डिप्टी चीफ आप्रेशनल कमांडर बनाया गया है।
घाटी में फिर नेटवर्क को मजबूत बनाने का निर्देश
हिजब ने नए आतंकी कमांडरों को अपनी गतिविधियों में तेजी लाने और फिर से नेटवर्क को मजबूत बनाने का निर्देश दिया है। कहा जा रहा है कि हिजब ने अपने ओवरग्राउंड वर्कर नेटवर्क को भी नए आतंकियों की भर्ती तेज करने का फरमान सुनाया है। तारिक उल इस्लाम और गाजी महमूद गजनवी के नाम पर मुहर आज गुलाम जम्मू कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में हिजबुल मुजाहिदीन के सुप्रीम कमांडर सैयद सल्लाहुदीन की अध्यक्षता में हुई हिज्ब की सुप्रीम कमान कौंसिल की बैठक में लगी है।
इस बैठक में कहा गया है कि कश्मीर में तमाम मुश्किलों के बीच फारूक अहमद बट उर्फ अबु उबैदा ने जिहादी मिशन को जारी रखा। फारुक अहमद बट अप्रैल 2015 में आतंकी बना था और इस बीच वह कई बार सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में बच निकलने में कामयाब रहा।
हिजब के पास कोई अनुभवी और पुराना आतंकी नहीं रहा
अलबत्ता,गत वीरवार को वह घेराबंदी तोडने में नाकाम रहा और अपने चार अन्य साथियों संग मारा गया। उसकी मौत कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के लिए सबसे बड़ा झटका मानी जा रही है, क्योंकि अब हिजब के पास कोई अनुभवी और पुराना आतंकी नहीं रहा है।
इस बीच, सुरक्षा एजेंसियां हिजबुल मजाहिदीन द्वारा नियुक्त किए गए दो नए कमांडरों की वास्तविक पहचान की पुष्टि करने में जुट गई हैं। संबधित सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, जिन दो कमांडरों के नाम सामने आए हैं, वह कोड नाम हो सकते हैं। इसके अलावा यह भी तय किया जाना है कि यह दोनों आतंकी इस समय कश्मीर में हैं या फिर सिर्फ हिजब के एलान तक सीमित हैं।
हिजबुल मुजाहिदीन झूठ के अपने कमांडर के नाम का एलान कर देता है
पहले भी ऐसा कई बार हो चुका है कि हिजबुल मुजाहिदीन अपने कमांडर के नाम का एलान कर देता है, लेकिन वह कमांडर कश्मीर में नहीं होता और उसके नाम पर कार्रवाईयां की जाती रही हैं या फिर उसके नाम पर बयान जारी किए जाते रहे हैं। इससे हिजब जहां अपने कैडर का मनोबल बनाए रखता था वहीं दूसरी तरफ सुरक्षाबल भी कुछ समय तक गुमराह होते रहते थे।
कश्मीर में आतंकी हिंसा पर नजर रखने वालों के मुताबिक, तारिक उल इस्लाम अगर कश्मीर में है तो उसके लिए मौजूदा परिस्थितियों में हिज्ब को खड़ा करना बहुत मुश्किल होगा। माैजूदा परिस्थतियों में कश्मीर में सूचीबद्ध सक्रिय आतंकियों में हिजबुल मुजाहिदीन के दो से तीन आतंकी ही बचे हैं।
सक्रिय आतंकियों में हिजबुल मुजाहिदीन के दो से तीन आतंकी ही बचे
अगर हिजब अपने फारिग या स्लीपिंग नेटवर्क को सक्रिय करता है तो यह संख्या आने वाले चंद दिनों में में बढ़ सकती है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा गाजी महमूद गजनवी को हिजबुल मुजाहिदीन ने दक्षिण कश्मीर में अपना डिप्टी चीफ आप्रेशनल कमांडर बनाया है जो इस बात का संकेत देता है कि दक्षिण कश्मीर के लिए उसका आप्रेशनल कमांडर अलग से है।
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