Hockey world cup 2023: क्या है टाई-ब्रेकर नियम, जानें कैसे करता हॉकी विश्व कप में टीमों की रैंक निर्धारित
प्रत्येक पूल की शीर्ष टीम अगले चरण के लिए क्वालीफाई कर लेगी और क्वार्टर फाइनल में पहले चार स्थानों में जगह बनाएगी। क्वार्टर फाइनल में खेलने वाली अगली चार टीमों का फैसला प्रत्येक समूह से दूसरे और तीसरे स्थान की टीमों के बीच क्रॉसओवर मैचों द्वारा किया जाएगा।

नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। भारत का ओडिशा राज्य हॉकी विश्व कप 2023 की मेजबानी करेगा। टीमों के बीच महामुकाबला शुरू होने में अब कुछ ही घंटे बचे हैं। मेगा हॉकी टूर्नामेंट 13 से 29 जनवरी को ओडिशा के भुवनेश्वर और राउरकेला में आयोजित किया जाएगा। दुनिया की शीर्ष 16 टीमों की निगाहें खिताब को जीतने पर होंगी। भारत समेत शीर्ष की 16 टीमों को चार पूल में बांटा गया है।
प्रत्येक पूल की शीर्ष टीम अगले चरण के लिए क्वालीफाई कर लेगी और क्वार्टर फाइनल में पहले चार स्थानों में जगह बनाएगी। क्वार्टर फाइनल में खेलने वाली अगली चार टीमों का फैसला प्रत्येक समूह से दूसरे और तीसरे स्थान की टीमों के बीच क्रॉसओवर मैचों द्वारा किया जाएगा।
जानें क्या होता है टाई-ब्रेकर नियम
पूल चरण में प्रत्येक जीत के लिए, टीम को 2 अंक और ड्रॉ के मामले में 1 प्राप्त होगा। हालांकि, यदि दो टीमें तालिका में कई गणनाओं पर समान हैं, तो प्रत्येक समूह में टीमों की रैंक निर्धारित करने के लिए टाई-ब्रेकर नियम लागू होगा।
यदि दो टीमें समान अंकों पर बराबरी पर हैं, तो समूह चरण में सबसे अधिक जीत वाली टीम पूल में उच्च रैंक प्राप्त करेगी। यदि दोनों अंक जीते गए और विजयी खेलों की संख्या दोनों पक्षों के लिए समान है, तो गोल अंतर यानी बनाए गए गोलों की संख्या और स्वीकार किए गए लक्ष्यों की संख्या के बीच का अंतर चलन में आ जाएगा। जिसके पास बेहतर लक्ष्य अंतर होगा वह हाई रैंक प्राप्त करेगा।
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