हिमाचल: स्कूल में छात्रा से दुर्व्यवहार, विधायक के कार्यक्रम से जाते ही हुड़दंगियों ने मचाया उत्पात, शिक्षकों से भी बदसलूकी
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के लोहारा स्कूल में वार्षिक समारोह के दौरान कुछ बाहरी युवकों ने एक छात्रा से दुर्व्यवहार किया। शिक्षकों ने हस्तक्षेप किया तो ...और पढ़ें

ऊना के लोहारा स्कूल में शिक्षक एक हुड़दंगी से पूछताछ करते हुए व छात्राएं।
संवाद सहयोगी, अंब (ऊना)। हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लोहारा में आयोजित वार्षिक समारोह के दौरान कुछ बाहरी युवकों ने परिसर में घुसकर छात्रा के साथ दुर्व्यवहार किया। रोके जाने पर आरोपितों ने शिक्षकों के साथ भी गालीगलौज किया।
हुड़दंगियों द्वारा माहौल खराब करने की कोशिश करने पर शिक्षकों ने मौके पर ही उनकी पिटाई कर दी। इस घटना और शिक्षकों की कार्रवाई का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है।
मुख्य अतिथि को छोड़ने गए शिक्षक और पीछे हो गया बवाल
विधायक सुदर्शन बबलू वीरवार दोपहर बाद करीब तीन बजे सलोई स्कूल के कार्यक्रम के बाद लोहारा स्कूल पहुंचे थे। शाम छह बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम चला। कार्यक्रम समाप्त होने पर प्रधानाचार्य और अन्य शिक्षक विधायक को विदा करने स्कूल के मुख्यद्वार तक गए। जैसे ही मुख्य अतिथि स्कूल से निकले, वहां मौजूद कुछ युवकों ने छात्रा से बदतमीजी शुरू कर दी।
शिक्षकों ने हुड़दंगियों को काबू किया
वापस लौटे अध्यापकों ने स्थिति को संभाला और हुड़दंगियों को लताड़ लगाई, लेकिन उनमें से एक युवक ने शिक्षकों के साथ ही गालीगलौज शुरू कर दिया। ऐसे में शिक्षकों उन लड़कों को काबू करके उनकी पिटाई कर दी और स्कूल परिसर से खदेड़ दिया।
तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए स्कूल प्रशासन ने पूरी सतर्कता बरती। सभी विद्यार्थियों को अपनी गाड़ियों से उनके घर पहुंचाया। घटना के संबंध में स्कूल प्रशासन ने पुलिस को भी शिकायत दे दी है, लेकिन इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा वीडियो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्यों देर शाम तक चला समारोह?
समारोह का समय शाम तीन बजे का था। बताया जा रहा है कि विधायक कार्यक्रम में देर से पहुंचे। तब तक स्कूल का कार्यक्रम हो चुका था। विधायक ने कहा कि वह बच्चों का सम्मान करते हुए दोबारा से कार्यक्रम देखेंगे। इस कारण समारोह करीब छह बजे समाप्त हुआ। उच्च शिक्षा उपनिदेशक अनिल तक्खी का कहना है कि स्कूलों को वार्षिक समारोह 31 दिसंबर से पहले करने का लक्ष्य है। इसमें स्कूल प्रशासन की ओर से ही समारोह के दिन निर्धारित किए जाते हैं।
अनुशासन को लेकर स्कूल प्रशासन पूरी तरह गंभीर है। पुलिस को इस मामले की शिकायत दी है।
-दिनेश कौंडल, प्रधानाचार्य, लोहारा स्कूल।
अति व्यस्त शेड्यूल होने की वजह से लोहारा स्कूल को वीरवार शाम तीन बजे का समय दिया गया था। घटना के संबंध में स्कूल प्रबंधन से जानकारी ली जा रही है।
-सुदर्शन बबलू, विधायक।
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