हिमाचल के बैरियर पर लागू होगा फास्टैग सिस्टम, सामान भी होगा स्कैन, ...ऐप से शराब की जांच; तस्करों की संपत्ति होगी जब्त
Himachal Pradesh News हिमाचल प्रदेश में अब शराब तस्करों की संपत्ति जब्त होगी। राज्य के सभी एंट्री पॉइंट पर फास्टैग सिस्टम लागू किया जाएगा। अवैध शराब के खिलाफ अभियान में 32 हजार लीटर से अधिक शराब पकड़ी गई है और 200 से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं। एंट्री पॉइंट्स पर फूड प्वाइंट और ई-चार्जिंग स्टेशन जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी।

जागरण संवाददाता, बीबीएन (सोलन)। हिमाचल प्रदेश में अगले 20 दिनों के भीतर प्रदेश के सभी टोल बैरियरों पर फास्टैग सिस्टम लागू किया जाएगा, जिससे यातायात जाम की समस्या से निजात मिलेगी। साथ ही, यहां ऐसे आधुनिक स्कैनर लगाए जाएंगे जो अन्य राज्यों से आने वाली अवैध शराब और अन्य नशीली वस्तुओं का तुरंत पता लगा सकेंगे।
आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी विभाग हिमाचल प्रदेश, डॉ. यूनुस खान ने मंगलवार को झाड़माजरी स्थित उपायुक्त कार्यालय के निरीक्षण के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रदेश में अवैध शराब और नशीले पदार्थों के खिलाफ कड़ा अभियान चलाया जा रहा है।
इस अभियान के तहत 32,000 लीटर से अधिक बाहरी राज्यों की शराब पकड़ी गई है और 200 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अवैध शराब का कारोबार करने वालों की संपत्ति जब्त करने के साथ-साथ कड़ी सजा भी दी जाएगी ।
हिमाचल के एंट्री प्वाइंट पर बनेंगे फूड प्वाइंट व ई-चार्जिंग स्टेशन
परवाणू की हिमाचल एंट्री को बेहतर बनाने के लिए वहां पर टिपरा के निकट जमीन देखी गई है, जहां एंट्री के स्थान पर पार्किंग, फूड प्वाइंट, ई-चार्ज स्टेशन, टायर पंक्चर ठीक करने की सुविधा सहित अन्य सुविधाओं को शामिल किया जाएगा।
अन्य बैरियर पर भी मिलेगी सुविधा
इसी तरह के प्रदेश के अन्य सीमाओं पर लगे टोल प्वाइंट मैहतपुर, नूरपुर, स्वारघाट, बद्दी, कालाअंब सहित अन्य पर यह सुविधा शुरू होने जा रही है। उन्होंने बताया कि राज्य कर एवं आबकारी विभाग रजिस्ट्रेशन और टैक्स रिटर्न को लेकर सतर्क है।
निरीक्षण के लिए मोबाइल यूनिट तैनात
उद्योगपतियों और व्यापारियों को समय पर टैक्स जमा करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसी के तहत पूरे प्रदेश में ई-वे बिल की सघन चेकिंग भी की जा रही है। अवैध शराब पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में विशेष टीमें और मोबाइल यूनिट तैनात की गई हैं, जो खासकर एंट्री प्वाइंट्स पर निगरानी रख रही हैं। यह टीमें अलग अलग स्थानों पर जाकर निगरानी करेंगी। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप 900 से अधिक निरीक्षण किए गए हैं और 500 से अधिक मामलों में कार्रवाई हुई है।
एंट्री प्वाइंट्स पर नहीं रहेंगे गड्ढे
डा. युनूस ने सवाल के जवाब में कहा कि वह जल्द ही प्रदेश के एंट्री प्वाइंटस के आसपास की दशा में भी सुधार करेंगे। टोल एंट्री के आसपास कोई गड्ढा न रहे, इसके लिए इंतजाम आने वाले दो सप्ताह के दौरान किया जाएगा। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या भी उत्पन्न हो रही है और साथ ही हिमाचल की छवि पर भी सवाल उठ रहे हैं।
ऐप से करें शराब की जांच
डॉ. खान ने बताया कि विभाग ने एचपी एक्साइज रेवेन्यू सिस्टम ऐप में क्यूआर कोड की सुविधा दी है। इसके जरिए उपभोक्ता यह जांच सकते हैं कि जो शराब वे खरीद रहे हैं, वह वैध है या नहीं। इसका उद्देश्य प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री को रोकना और उपभोक्ताओं को जागरूक बनाना है।
252 से अधिक अवैध शराब के मामले
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि अब तक प्रदेश में 252 से अधिक अवैध शराब के मामलों का खुलासा हुआ है, जिनके नमूनों का लैब परीक्षण भी करवाया गया है। विभाग का प्रयास है कि अवैध कारोबार को जड़ से समाप्त किया जाए और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर उपायुक्त बददी विनोद सिंह डोगरा सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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