Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Shimla News: पहले फर्जी दस्तावेज से लिया 57 लाख लोन, फिर करने लगा अय्याशी; खरीदी फॉर्च्यूनर गाड़ी

    Updated: Sun, 04 May 2025 10:37 AM (IST)

    हिमाचल (Himachal News) के शिमला (Shimla News) में एक व्यक्ति ने जाली दस्तावेज की मदद से लोन लेकर बैंक से धोखाधड़ी की है। बता दें कि आरोपी ने चार लोगों ...और पढ़ें

    Hero Image
    शिमला में एक शख्स ने फर्जी दस्तावेज के जरिए लिया लाखों का लोन। सांकेतिक तस्वीर

    संवाद सूत्र, ठियोग। शिमला जिले (Shimala News) के ठियोग में एक व्यक्ति ने जाली दस्तावेज से ऋण लेकर बैंक से धोखाधड़ी की है। आरोपित ने चार लोगों के फर्जी दस्तावेज तैयार किए और बैंक से 56.53 लाख रुपये का ऋण ले लिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसके बाद आरोपित ने फॉर्च्यूनर गाड़ी खरीदी। जिन लोगों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर आरोपित ने बैंक से ऋण लिया, जब उन्हें इस बात का पता चला तो मामला का पता चला।

    बैंक के अधिकारियों की भूमिका भी आई सामने

    इस धोखाधड़ी में बैंक के दो तत्कालीन अधिकारियों की भूमिका भी सामने आई है। चार लोगों की शिकायत पर पुलिस ने मुख्य आरोपित और दो तत्कालीन बैंक अधिकारियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी है।

    यह भी पढ़ें- पंजाब-हरियाणा पानी विवाद पर CM सुखविंदर सुक्खू की सलाह, बताया कैसे सुलझाएं मामला?

    यह मामला ठियोग निवासी इंद्र सिंह पुत्र लायक राम, अनिल वर्मा पुत्र नानक चंद, जगदीश पुत्र केवल राम और हरीश चौहान पुत्र प्यारे लाल की ओर से दी शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है।

    उन्होंने बताया कि ठियोग के भलेच गांव के संजीव कुमार ने फर्जी दस्तावेज से उनकी पहचान का गलत उपयोग करते हुए बैंकों से भारी-भरकम ऋण ले लिया।

    पैसे लेकर खरीद लिया फॉर्च्यूनर

    संजीव ने उनके नाम से कर्ज की सीमा (लिमिट) बनवाई और उनसे संबंधित पहचान दस्तावेज को जाली तरीके से तैयार किया। इन दस्तावेज के आधार पर बैंक से ऋण मंजूर करवाया और राशि को स्वयं निकाल लिया।

    आरोप है कि यह सारा फर्जीवाड़ा बैंक ऑफ इंडिया की सरोग शाखा में उस समय तैनात शाखा प्रबंधक (अब सेवानिवृत्त) और कैशियर की मिलीभगत से किया गया।

    बताया जा रहा है कि बैंक के इन दो अधिकारियों ने संजीव कुमार के साथ मिलकर फर्जी ऋण के आवेदन स्वीकृत करवाए और फिर संजीव कुमार ने इन खातों से राशि निकाल ली। संजीव कुमार ने जगदीश पुत्र केवल राम के नाम पर फर्जी दस्तावेज के आधार पर आटो ऋण लिया और उससे फॉर्च्यूनर गाड़ी खरीदी।

    यह भी पढ़ें- हिमाचल कांग्रेस कमेटी के गठन को लेकर दिल्ली में मंथन, प्रदेश अध्यक्ष बदलने की भी तैयारी; किसको मिलेगी कमान?