हिमाचल प्रदेश विवि की तर्ज पर अब स्कूल व कॉलेज में तैनात होंगे गेस्ट टीचर, लेक्चर के आधार पर मिलेगा पैसा; जल्द तय होगा नियम
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की तर्ज पर अब स्कूल और कॉलेज में भी गेस्ट टीचर तैनात होंगे। कक्षा 6 से कॉलेज तक के बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा इन्हें दिया जाएगा। गेस्ट फैकल्टी नियुक्त करने के लिए कोई पॉलिसी नहीं बनेगी बल्कि स्कूल व कॉलेज स्तर पर ही इन्हें कुछ महीनों के लिए तैनात किया जाएगा। एक तरह से यह स्टॉप गैप अरेंजमेंट होगा।

जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की तर्ज पर राज्य सरकार स्कूल व कॉलेजों में भी गेस्ट फैकल्टी की नियुक्ति करने की तैयारी है। कक्षा 6 से कॉलेज तक के बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा इन्हें दिया जाएगा।
गेस्ट फैकल्टी नियुक्त करने के लिए कोई पॉलिसी नहीं बनेगी, बल्कि स्कूल व कॉलेज स्तर पर ही इन्हें कुछ महीनों के लिए तैनात किया जाएगा। एक तरह से यह स्टॉप गैप अरेंजमेंट होगा। यानि तबादले, रिटायरमेंट या पिछले 2 तीन महीने या इससे अधिक समय से खाली पड़े पदों पर शिक्षक को नियुक्त किया जाएगा।
एचपीयू में होते हैं गेस्ट फैकल्टी
गेस्ट फैकल्टी के लिए वही नियम होंगे जिस तरह एचपीयू में होते हैं। कॉलेज में जो गेस्ट फैकल्टी पर रखा जाएगा उसके पास नेट सेट या अन्य समकक्ष डिग्री होनी जरूरी है। जबकि स्कूलों के लिए आरटीई यानि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत जो भी शैक्षणिक योग्यता यानि बीएड, टेट पास होना अनिवार्य है वह होना जरूरी है।
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सरकार अभी इसके लिए नियम तैयार करेगी। सूत्रों की माने तो पीटीए व एसएमसी की तर्ज पर पॉलिसी न बनाकर केवल गेस्ट फैकल्टी का नाम दिया जाएगा ताकि शर्ते ऐसी तय की जाएगी ताकि भविष्य में कोई परेशानी या कानूनी पेचिदगियां पेश न आएं। शिक्षा विभाग में हजारों पद खाली पड़े हुए हैं। 6 हजार पदों पर सीधी भर्ती व बैच वाइज आधार पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ की है बैठक
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बीते दिनों शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की थी। बैठक में इस पर उन्होंने अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की थी। बैठक में चर्चा के बाद विभाग को इसका प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट को भेजने के निर्देश दिए हैं। कैबिनेट की मंजूरी के बाद नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 से इसे लागू करने की तैयारी चल रही है।
नए सत्र से नए बदलावों के साथ आ रही सरकार
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू कह चुके हैं कि राज्य सरकार शिक्षा में नए शैक्षणिक सत्र से नए बदलावों के साथ आ रही है। उनके निर्देशों के बाद शिक्षा विभाग में व्यवस्था परिवर्तन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पहला परिवर्तन यह होगा कि हर स्कूल में हर विषय का शिक्षक होगा। ऐसा कोई भी स्कूल नहीं होगा जिसमें शिक्षक नहीं होगा। जहां स्थायी टीचर न हो वहां गेस्ट फैकल्टी तो रहेगा ही। प्राइमरी में भी हर कक्षा के लिए अलग अलग टीचर होंगे।
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शिक्षा के क्षेत्र में देश में 17वें स्थान पहुंच गया है। इसमें सुधार के लिए यह प्रयास किए जा रहे हैं। कुछ वर्ष पहले तक हिमाचल केरल का मुकाबला करता था। इसके मद्देनजर सरकार ने कुछ कड़े फैंसले लेने शुरू किए हैं।
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