हिमाचल में एचआरटीसी सेवाएं बेहाल, डिपो में बसों के साथ चालकों की भी कमी, शिमला में हाल खराब
हिमाचल प्रदेश में HRTC की सेवाएं बसों और चालकों की कमी के कारण चरमरा गई हैं। शिमला में हालात विशेष रूप से खराब हैं, जहाँ पर्यटकों और स्थानीय लोगों को ...और पढ़ें

जिला शिमला में एचआरटीसी बस सेवाएं बेहाल हैं। जागरण आर्काइव
जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) शिमला में बसों व चालकों की कमी से जूझ रहा है। बसों की कमी के कारण जहां ग्रामीण क्षेत्रों में कई रूट क्लब किए हैं, वहीं कई क्षेत्रों में बस सेवाएं बंद हैं। इस कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं चालकों की कमी के कारण वर्तमान में तैनात एचआरटीसी चालकों पर भी अतिरिक्त भार है। इस कारण चालकों को अतिरिक्त ड्यूटी करनी पड़ रही है। चालकों को समय पर छुट्टी नहीं मिल रही है।
डिपो में बसों के साथ चालक भी कम
शिमला जिला के पांच डिपो में 86 बसें कम हैं। 744 बसों में से 668 बसें उपलब्ध हैं। चालकों के 1054 चालकों के पदों सें 826 चालक उपलब्ध हैं, जबकि 228 पद खाली हैं।
चालक यूनियन ने उठाई मांग
एचआरटीसी चालक यूनियन के प्रांतीय प्रधान मानसिंह ठाकुर ने सरकार व निगम प्रशासन से मांग उठाई है कि एचआरटीसी में चालकों की भर्ती की प्रक्रिया को फिर से शुरू किया जाए, ताकि चालकों की कमी पूरी हो सके। उन्होंने कहा कि चालकों की कमी के कारण तैनात चालकों को ओवरटाइम करना पड़ रहा है। समय पर चालक घर नहीं जा पा रहे हैं। इसके अलावा वर्तमान में तैनात चालकों को समय पर छुट्टियां भी नहीं मिल पा रही है। ऐसे में जल्द से जल्द परिवहन निगम में चालकों की भर्ती की प्रक्रिया को दोबारा शुरू किया जाना चाहिए।
कहां कितनी बसें
- डिपो स्वीकृत बसें उपलब्ध बसें
- रामपुर 142 135
- रोहड़ू 127 107
- शिमला ग्रामीण 107 101
- शिमला ग्रामीण 220 197
- तारा देवी 148 118
कहां कितने चालकों की कमी
- डिपो स्वीकत पद कितने चालक
- रामपुर 228 168
- रोहड़ू 210 164
- शिमला ग्रामीण 153 126
- ढली शिमला 301 252
- तारादेवी 162 116

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