हिमाचल: हिम बस कार्ड क्यों बना रही सरकार? मुख्यमंत्री ने सदन में बताई वजह, अब लोकमित्र केंद्रों में भी बनेंगे
हिमाचल प्रदेश सरकार एचआरटीसी बसों में रियायती दरों पर यात्रा करने वालों के लिए हिम बस कार्ड जारी कर रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया ...और पढ़ें

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू।
राज्य ब्यूरो, धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि एचआरटीसी बसों में रियायती दरों पर सफर करने वाली 28 श्रेणियों के हिम बस कार्ड बनेंगे। कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह कार्ड अब लोक मित्र केंद्रों में भी बनेंगे।
अभी तक 17 हजार लोग इस कार्ड को बना चुके हैं, इसमें 3 हजार दिव्यांग भी शामिल हैं। इसे हिम परिवार एप से जोड़ा गया है, ताकि किसी तरह का फर्जीवाड़ा न हो सके।
रियायती बस सुविधा वालों का रिकॉर्ड रखने को बनाया जा रहा कार्ड
डलहौजी के विधायक डीएस ठाकुर के प्रश्न के उत्तर में दखल देते हुए मुख्यमंत्री ने सदन में यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्ड रियायती बस सुविधा लेने वालों का रिकॉर्ड रखने के लिए बनाया जा रहा है।
पांच साल बाद रिन्यू होंगे कार्ड
दिव्यांगों ने भी अपने कार्ड बनाए हैं, जिसका लाभ वह पांच साल तक उठा सकते हैं। पांच साल के बाद उन्हें इस कार्ड को रिन्यू करवाना होगा।
दुरुपयोग रोकने के लिए बनाया जा रहा कार्ड
उन्होंने कहा कि इस कार्ड के बनाने के 236 रुपए लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों की महिलाएं हिमाचल में रियायती यात्रा सुविधा का फायदा उठा रही थीं। हिम बस कार्ड बनने से इस दुरुपयोग को रोका जा सकेगा।
अनियमितता के मामले रुकेंगे
इससे पहले, मूल प्रश्न के उत्तर में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि हिम बस कार्ड बनाने से पूरा रिकॉर्ड रहेगा कि कितने लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे अनियमितता के मामले भी रुकेंगे।
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लोक मित्र केंद्रों में भी बनेंगे कार्ड
उन्होंने कहा कि पहले यह प्रविधान था कि यह कार्ड केवल आनलाइन व बस अड्डों में ही बनाए जाएंगे, लेकिन अब इसमें प्रविधान कर दिया गया है कि लोकमित्र केंद्रों में भी यह कार्ड बनाए जा सकेंगे। इससे लोगों को लाभ होगा और वह कार्ड जल्द से जल्द बना सकेंगे।

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