Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Himachal Budget Session: इंजीनियर विमल नेगी की मौत पर मचा बवाल, बीजेपी ने रखी CBI जांच की मांग; सुक्खू ने दिया जवाब

    Updated: Fri, 21 Mar 2025 11:35 AM (IST)

    हिमाचल प्रदेश ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता विमल नेगी की मौत के मामले पर विधानसभा में दूसरे दिन भी चर्चा की गई। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सीबीआई जांच की मांग की और सदन से वॉकआउट कर दिया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार की कार्रवाई से स्वजन संतुष्ट हैं केवल भाजपा असंतुष्ट है। इस मामले पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए।

    Hero Image
    विधानसभा से वॉकआउट करते नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर व भाजपा विधायक

    राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश ऊर्जा निगम के मुख्य अभियंता विमल नेगी की मौत का  मामला दूसरे दिन भी सदन में गूंजा। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मामले को उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की। इस दौरान सत्ता पक्ष व विपक्ष के सदस्यों के बीच कई बार तीखी नोकझोंक हुई। विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार इस मामले की निष्पक्ष जांच करवा रही है। इस मामले में एक अधिकारी को निलंबित कर दिया है जबकि दूसरे को छुट्टी पर भेज दिया है। उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। भाजपा ने वीरवार सुबह नियम-67 के तहत स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने अस्वीकार कर दिया।

    बीजेपी ने की सीबीआई जांच की मांग 

    नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि इसमें कई सवाल खड़े हुए है। उन्होंने पूछा कि ऊर्जा निगम में देसराज को पांच लोगों को सुपरसीड कर निदेशक बनने की मेहरबानी आखिर क्यों दिखाई गई? एक अधिकारी को तो निलंबित कर दिया है लेकिन अन्य के विरुद्ध क्या कार्रवाई की गई है? सीबीआइ जांच यदि सरकार करवाती है तो उचित रहेगा। उन्होंने शौंगटोंग व पेखुवेला परियोजनाओं का जिक्र भी किया।

    भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि एफआइआर में निगम के निदेशक देसराज का ही नाम है। एफआईआर में दूसरा नाम एमडी लिखा है। दूसरे अधिकारी का भी नाम आना चाहिए अन्यथा माना जाएगा कि सरकार के चार मंत्रियों ने आधी रात को मृतक के स्वजन को गुमराह किया। सरकार ने जानबूझकर एमडी का नाम दर्ज नहीं किया। उन्होंने आईएएस के खिलाफ जांच एक आइएएस अधिकारी को ही दिए जाने पर भी सवाल उठाए। ऐसे में जांच सीबीआई से करवानी चाहिए।

    संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर चार मंत्री बुधवार रात स्वजन से मिलने गए थे। भाजपा इसमें आग लगाने और भड़काने का काम कर रही है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि मामला शांत हो गया है। सीबीआई और ईडी दोनों भाजपा के हाथ में हैं। उन्होंने माना कि विमल की मानसिक दबाव के कारण मौत हुई है। सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चला गया।

    यह भी पढ़ें- Bilaspur Firing Case: पूर्व MLA बंबर ठाकुर पर गोली चलाने वाला दिल्ली से गिरफ्तार, 4 शूटरों की हुई पहचान; उगले कई राज

    विधानसभा अध्यक्ष ने लिया संज्ञान

    विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि विमल नेगी की मौत बेहद संवेदनशील मुद्दा है। विधानसभा ने इस मामले पर संज्ञान लिया है और वह स्वयं इस मामले को देखेंगे ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिले।

    सीबीआई जांच की मांग पर कांग्रेस स्वजन के साथ

    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि अगर विमल नेगी के स्वजन सीबीआई जांच चाहते हैं, तो कांग्रेस पार्टी उनके साथ है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। मंडी में कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने प्रदेश में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने पर जोर देते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर पंचायत व नगर निकाय चुनाव की तैयारी करनी होगी।

    कार्रवाई से सब संतुष्ट भाजपा ही असंतुष्ट: सुक्खू

    मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस मामले को लेकर सरकार गंभीर है। उन्होंने विमल नेगी की पत्नी व स्वजन से बात की है। सरकार की कार्रवाई से स्वजन व रिश्तेदार संतुष्ट है केवल भाजपा असंतुष्ट है।

    इस मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री जब बोल रहे थे उससे पहले ही विपक्ष वॉकआउट कर सदन से बाहर चला गया था। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि पूर्व सरकार के समय सुंदरनगर में जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत हुई थी, पेपर लीक हुआ, तब सीबीआइ जांच की याद क्यों नहीं आई?

    यह भी पढ़ें- Himachal Transfer News: हिमाचल के रेवेन्यू विभाग में बड़ा फेरबदल, 38 कानूनगो बने नायब तहसीलदार; देखें लिस्ट