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    गजब! नकली सोना गिरवी रखकर बैंक को लगाया 56 लाख का चूना; मामला देख पुलिस भी हैरान

    Updated: Fri, 17 Jan 2025 03:00 PM (IST)

    शिमला में दो बैंकों के साथ धोखाधड़ी के दो मामले सामने आए हैं। एक मामले में पांच लोगों ने मिलकर यूको बैंक में नकली सोना जमा करवाकर 55 लाख रुपये का गोल्ड लोन लिया और भुगतान नहीं किया। दूसरे मामले में एक व्यक्ति ने आईसीआईसीआई बैंक से सोना खरीदने के लिए तीन लाख रुपये का ऋण लिया और उसे भी नहीं चुकाया।

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    नकली सोना जमा करवाकर बैंक को चूना लगाया। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल राजधानी शिमला में एक नामी बैंक को नकली सोना जमा करवाकर लाखों रुपये का चूना लगाया गया।

    वहीं, एक अन्य बैंक में धारक की ओर से सोना खरीदने के लिए लिए ऋण को वापस नहीं किया गया। सदर थाना शिमला में दोनों बैंकों के अधिकारियों की ओर से छह अलग-अलग आरोपितों के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गई हैं।

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    दोनों मामलों में 59 लाख की धोखाधड़ी का आरोप

    दोनों मामलों में बैंकों के साथ कुल 59 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। पुलिस के अनुसार, पहला मामला आईसीआईसीआई बैंक व दूसरा यूको बैंक का है। यूको बैंक के मैनेजर गुरप्रीत सिंह की शिकायत के अनुसार, पांच लोगों ने मिलकर बैंक से 55 लाख 45 हजार 500 रुपये का गोल्ड ऋण लिया और बार-बार नोटिस देने के बाद भी भुगतान नहीं किया।

    आरोपित वासुदेव पाठक, बसंत लाल, विकास कुमार, अंकिता और चंद्र दास के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। दूसरा मामला आईसीआईसीआई बैंक से जुड़ा है, जहां बैंक मैनेजर मनीष शर्मा ने सुरेंद्र कालटा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

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    आरोपित ने सोना खरीदने के लिए तीन लाख 83 हजार 400 रुपये का ऋण लिया था। बार-बार नोटिस भेजने के बावजूद ऋण की राशि का भुगतान नहीं किया। पुलिस ने सभी आरोपितों के विरुद्ध सदर थाना शिमला में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

    नकली सोना गिरवी रख लिया लोन

    शिमला पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि सोने की शुद्धता की गलत जांच रिपोर्ट तैयार की गई थी। जल्द आरोपितों की धड़पक्कड़ शुरू की जाएगी। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश भी कर रही है कि इस धोखाधड़ी के पीछे कोई संगठित गिरोह है या नहीं।

    इन मामलों के सामने आने के बाद बैंकों की ऋण स्वीकृति प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। आमतौर पर गोल्ड ऋण के लिए सोने की शुद्धता की जांच सख्ती से की जाती है।

    इसके बावजूद इतनी बड़ी धोखाधड़ी होने से बैंकों की सतर्कता और आंतरिक प्रक्रिया की खामियां भी उजागर हुई हैं। शिमला में यह पहला मौका है जब नकली सोने के जरिए ऋण लेने की घटना सामने आई है। इन घटनाओं के बाद शिमला के अन्य बैंक भी अलर्ट हो गए हैं।

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