हिमाचल के लोगों की बल्ले-बल्ले, HRTC में शामिल होंगी एक हजार नई बसें, सरकार ने दे दिया ऑर्डर
हिमाचल रोडवेज अपने बेड़े में 15 साल पुरानी 1000 बसों को चरणबद्ध तरीके से बदलने जा रहा है। इनकी जगह नई बसें शामिल की जाएंगी जिनमें 327 इलेक्ट्रिक बसें होंगी। इस कदम का उद्देश्य सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाना और पर्यावरण को अनुकूल बनाना है। नई बसों की खरीद का आदेश जारी कर दिया गया है और कंपनियों ने ई-बसों की डिलीवरी के लिए 11 महीने का समय मांगा है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। एचआरटीसी के बेड़े में 15 साल पुरानी 1 हजार बसों को चरणबद्ध तरीके से बदला जाएगा। इनके स्थान पर नई बसों को शामिल किया जाएगा। इनमें कुछ बसें पंद्रह साल पुरानी है तो कुछ बसें 9 लाख किलोमीटर चल चूकी है।
निगम इस साल के अंत तक बसों को बदलेगा। 600 बसों की खरीद का ऑर्डर जारी कर दिया है। इनमें 327 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं। बुधवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक रणधीर शर्मा के मूल और बिक्रम ठाकुर और डॉ. हंसराज अनुपूरक के सवाल के जवाब में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने यह जानकारी दी।
1500 इलेक्ट्रिक बसों को भी शामिल करने की योजना
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि एचआरटीसी में 1500 इलेक्ट्रिक बसों को चरणबद्ध तरीके से शामिल करने की योजना है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि टाइप-2 ई बसें भी निगम खरीदेगा। इन बसों को हिमाचल की भौगोलिक परिस्थितियों के हिसाब से कुछ बदलाव करने का मामला केंद्र से उठाया था। केंद्रीय मंत्री से इसको लेकर मिले भी थे। केंद्र स्पष्ट किया है कि यह हिमाचल के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता।
कितना आर्थिक बोझ पड़ेगा: विधायक रणधीर शर्मा
विधायक रणधीर शर्मा ने पूछा कि क्या सरकार हरित क्रांति के नारे को चरितार्थ करने के लिए ई-बसों की खरीद कर रही है। यह बसें महंगी है इससे कितना आर्थिक बोझ पड़ेगा इसका अध्ययन किया गया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक बसें महंगी है और एचआरटीसी अपने स्तर पर यह खर्च वहन नहीं कर सकती।
एक ई-बस की कीमत 1.25 करोड़ रुपए के करीब है। इस बार ई-बसों में प्रविधान किया गया है कि जिस कंपनी से बस की खरीद की जाएगी दस साल तक उसका मेंटिनेस का काम भी वही करेगी। सरकार ने कहा है कि वह इसकी खरीद को पैसा देंगे। उन्होंने कहा कि इनके लिए चार्जिंग स्टेशन बनने हैं, इसके लिए 110 करोड़ रुपए आ गया है।
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100 टैंपो ट्रेवलर भी खरीदे जा रहे हैं
पेट्रोलियम कंपनियों से भी बात चल रही है वे भी चार्जिंग स्टेशन बनाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी 37 सीटर वाली 250 डीजल बसों की खरीद करने जा रही है। 100 टैंपो ट्रेवलर भी खरीदे जा रहे हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से हिमाचल में शिक्षा महत्वपूर्ण है, उसी तरह एचआरटीसी भी अहम है और यह लोगों की सेवा के लिए दिन रात काम कर रहा है।
कंपनियों ने ई बसों की डिलिवरी को मांगा 11 महीने का समय
विधायक बिक्रम ठाकुर और हंसराज के अनुपूरक सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश के दूरदराज के इलाकों में को बसें उपलब्ध करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनजातीय इलाकों के लिए 100 टैंपो ट्रैवलर खरीद रहे हैं। साथ ही कहा कि नई बसों को संतुलित आधार पर हर विधानसभा हलके में चलाया जाएगा। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी 297 इलेक्ट्रिक बसों की डिलीवरी के लिए कंपनी ने 11 माह का समय मांगा है और सरकार उनसे संपर्क में है।
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