हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के छात्र पुलिस विभाग में करेंगे इंटर्नशिप, दोनों संस्थाओं में हुआ खास एमओयू
Himachal Pradesh University शिमला विश्वविद्यालय और पुलिस विभाग के बीच एक समझौता हुआ है। इसका उद्देश्य पुलिस कर्मियों विश्वविद्यालय के अध्यापकों और छात्रों को ज्ञान अपडेट करने का अवसर देना है। छात्रों को पुलिस कार्यप्रणाली का अनुभव मिलेगा और इंटर्नशिप का मौका भी। वे साइबर अपराध जैसे विषयों पर काम करेंगे। विश्वविद्यालय साइबर अपराध की जांच में पुलिस की मदद करेगा।

जागरण संवाददाता, शिमला। MOU In Police and HPU, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला और हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग शिमला के बीच सोमवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, अशोक तिवारी और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, समरहिल शिमला के रजिस्ट्रार ज्ञान सागर नेगी ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इस एमओयू का उद्देश्य विश्वविद्यालय और पुलिस विभाग के बीच एक संस्थागत तंत्र स्थापित करना है, ताकि पुलिस कर्मियों, विश्वविद्यालय के अध्यापकों तथा विद्यार्थियों को अपने ज्ञान को अपडेट करने का अवसर मिल सके। इसकी अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. महावीर सिंह ने की।
ये एमओयू विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। यह सहयोग अनुसंधान एवं विकास की गतिविधियों पर आधारित होगा, इसमें पुलिस अधिकारी, एचपीयू के अध्यापक, शोधार्थी और छात्र सम्मिलित होंगे।
विद्यार्थियों को पुलिस कार्यप्रणाली का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त होगा। उन्हें पुलिस इकाइयों में इंटर्नशिप का अवसर मिलेगा। इसके माध्यम से कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर आधारित साइबर-फिजिकल सिस्टम में शोध और विकास परियोजना पर काम कर सकेंगे। एचपीयू के अध्यापकों, शोधार्थियों और छात्रों के साथ पुलिस अधिकारियों का विषयगत संवाद स्थापित करना।
अब साल में विवि से पुलिस में इंटर्नशिप को जाएंगे छात्र
प्रत्येक शैक्षणिक सत्र में एचपीयू के उपयुक्त छात्रों को एक सप्ताह से एक माह तक की अवधि के लिए राज्य पुलिस इकाइयों और थानों में इंटर्नशिप हेतु भेजा जाएगा। इसके लिए प्रत्येक ज़िला एसपी कार्यालय में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। गोपनीयता और निजता की नीति का पालन दोनों संस्थाएं संयुक्त रूप से करेंगी। एचपीयू समय-समय पर पुलिस अधिकारियों को साइबर अपराध और साइबर फॉरेंसिक मामलों की जांच को सरल बनाने के लिए दिशा-निर्देश देगा। पुलिस अधिकारियों के लिए तकनीकी विषयों पर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की रूपरेखा, संचालन और मूल्यांकन में विश्वविद्यालय सहयोग करेगा।
कार्यशालाएं और चर्चाएं हो सकेंगी
हिमाचल प्रदेश पुलिस एवं एचपीयू शिमला द्वारा कृत्रिम बुद्धिमत्ता के साइबर अपराध और साइबर फॉरेंसिक संबंधी क्षेत्र पर नियमित शैक्षणिक सम्मेलन, कार्यशालाएं और चर्चाएं संयुक्त रूप से आयोजित की जा सकती हैं। इन सम्मेलनों, कार्यशालाओं और चर्चाओं में राज्य पुलिस, प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ, एचपीयू के प्राध्यापक, शोधकर्ता एवं विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं।
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