हिमाचल सरकार की वर्षगांठ पर पेंशनर जुटेंगे शिमला में, सीएम के आश्वासन पर भी नहीं हुआ अमल, बनेगी आंदोलन की रणनीति
Himachal Pradesh Employees, हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स संयुक्त संघर्ष समिति की बैठक वीरवार को शिमला में होगी। बैठक में भावी रणनीति तैयार की जाएगी। 28 नवंब ...और पढ़ें

हिमाचल प्रदेश कें पेंशनर कल शिमला में जुटेंगे। प्रतीकात्मक फोटो
राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Pradesh Employees, हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स संयुक्त संघर्ष समिति की बैठक वीरवार को शिमला के रोटरी क्लब हाल में प्रदेशाध्यक्ष सुरेश ठाकुर की अध्यक्षता में होगी। बैठक में हिमाचल प्रदेश संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी भाग लेंगे। प्रदेशाध्यक्ष सुरेश ठाकुर, महासचिव इंद्र पाल शर्मा, अतिरिक्त महासचिव भूप राम वर्मा व प्रेस सचिव सैन राम नेगी ने बताया कि बैठक में समिति की भावी रणनीति तैयार की जाएगी।
उन्होंने कहा कि 28 नवंबर को धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में 10 हजार से अधिक पेंशनरों ने सरकार के खिलाफ आक्रोश रैली निकाल कर तपोवन विधानसभा का घेराव किया था।
सीएम के आश्वासन पर नहीं हुआ अमल
मुख्यमंत्री ने समिति के प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया था कि विधानसभा सत्र के पश्चात एक सप्ताह के भीतर वार्ता के लिए बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक सचिवालय से कोई भी आमंत्रण प्राप्त नहीं हुआ।
दोहरे मापदंड अपनाने का षड्यंत्र
कुछ स्वयंभू नेता के साथ मुख्यमंत्री ने मीडिया को बयान देकर प्रदर्शन व आक्रोश रैली में भाग ले रहे पेंशनर्स के साथ दोहरे मापदंड अपनाने का षड्यंत्र रचा है, जिससे पेंशनर्स कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
लीव इन कैशमेंट, ग्रेच्युटी और 13 प्रतिशत डीए से वंचित
सरकार के तीन वर्ष 11 दिसंबर को पूर्ण होने जा रहे हैं। अभी तक एक जनवरी 2016 व 31 जनवरी 2022 के मध्य सेवानिवृत्त हुए पेंशनरों को संशोधित कम्यूटेशन, लीव इन कैशमेंट, ग्रेच्युटी और 13 प्रतिशत डीए से वंचित रखा हुआ है। इसी प्रकार पिछले दो वर्षों से चिकित्सा बिलो का भुगतान भी नहीं हो रहा है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।