Himachal Flood: सतुलज नदी का जलस्तर हाई फ्लड लेवल से ऊपर, शिमला के तत्तापानी में पुल को छुआ
Himachal Pradesh Flood शिमला जिले में भारी बारिश के कारण सतलुज नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जिससे तत्तापानी पुल को खतरा है। सड़कें बंद होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाधित है। बिजली और पानी की आपूर्ति भी ठप है। ठियोग मंडल में सड़कों को भारी नुकसान हुआ है जिससे करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।

जागरण संवाददाता, शिमला। जिला शिमला में भारी वर्षा के कारण सतुलज नदी उफान पर है। तत्तपानी में सतुलज ने हाई फ्लड लेवल कर लिया है। तत्तापनी में सतलुज हाई फ्लड लेवल से 2 मीटर ऊपर बह रही है और तत्तापानी पुल को छू लिया है। इस कारण नदी के साथ लगते गांव के लिए खतरा पैदा हो गया है।
वहीं जिला में भारी वर्षा के कारण जीवन लगभग थम गया है। सड़कें बंद होने से कनेक्टिविटी लगभग बंद हो गई है। जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार 267 सड़कें बंद हो गई है। इनमें से 261 संपंर्क सड़कें है और 6 मुख्य सड़कें बंद है। इसके कारण रोजमर्रा की वस्तुओं की सप्लाई नहीं हो पा रही है। जिला में 722 सड़कें बिजली के ट्रांसफार्मर बंद है। इसके हजारों गांवों में बिजली बंद हो गई है।
इस कारण लोगों को अंधेरे में ही गुजारा करना पड़ रहा है। इसके अलावा जिला में 272 पानी की स्कीमें भी ठप्प पड़ी है और पानी की सप्लाई भी बंद हो गई है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द स्थिति में सुधार किया जाए, ताकि लोगों की परेशानियां कम हो सकते।
ठियोग में 40 सड़कें बंद
लोक निर्माण विभाग के ठियोग मंडल की मत्याना, सैंज और ठियोग सब-डिवीजन की कुल 113 सड़कों में से 40 सड़कें भूस्खलन और मलबे के कारण पूरी तरह बंद हो गई हैं। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पिछले दो दिनों में अकेले सड़कों को हुए नुकसान का आंकड़ा लगभग 2 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। वहीं, इस बरसात में अब तक ठियोग मंडल को कुल 20 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। जोगशा कुमारसैन संपर्क सड़क पर विशालकाय पेड़ गिरने और मलवा आने से सड़क अवरुद्ध हो गई है।
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