Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Himachal: प्रमोशन के 7 दिन बाद भी ज्वाइनिंग न देने वाले शिक्षकों को शिक्षा विभाग का झटका, 642 TGT बने हैं प्रवक्ता

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 12:35 PM (IST)

    Himachal Pradesh Teachers News हिमाचल प्रदेश में पदोन्नति के बाद भी सात दिन में ज्वाइन न करने वाले शिक्षकों पर शिक्षा विभाग सख्त हो गया है। विभाग ऐसे शिक्षकों के पदोन्नति आदेश रद्द करेगा। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने 18 सितंबर तक ज्वाइन न करने वाले शिक्षकों के पदोन्नति आदेश निरस्त करने के निर्देश दिए हैं ताकि यह अवसर अगले पात्र अभ्यर्थियों को दिया जा सके।

    Hero Image
    हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग पदोन्नति के बाद भी ज्वाइनिंग न करने वाले शिक्षकों पर सख्त हो गया है। प्रतीकात्मक फोटो

    राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Pradesh Teachers News, हिमाचल प्रदेश में पदोन्नति होने के बाद सात दिन में ज्वाइनिंग न देने वाले शिक्षकों पर शिक्षा विभाग सख्त हुआ है। विभाग ऐसे शिक्षकों के पदोन्नति आदेश निरस्त करेगा। अगस्त में शिक्षा विभाग ने 642 प्रशिक्षित स्नातक अध्यापक (टीजीटी) से प्रवक्ता (स्कूल न्यू) के पद पर पदोन्नति दी थी। कई शिक्षक ऐसे थे जिन्होंने तय समय पर ज्वाइन नहीं किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पहले प्राकृतिक आपदा के कारण सड़कें बंद होने का तर्क दिया, लेकिन अब भी कुछेक ने ज्वाइन नहीं किया है। शिक्षा निदेशालय में हुई बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने निदेशक स्कूल शिक्षा विभाग आशीष कोहली को कहा कि यदि इन शिक्षकों ने 18 सितंबर तक ज्वाइन नहीं किया तो उसके पदोन्नति आदेश निरस्त कर दिए जाएं। यह अवसर अगले पात्र अभ्यर्थियों को दिया जाएगा।

    कमजोर प्रदर्शन वाले शिक्षकों पर होगी कार्रवाई

    शिक्षा मंत्री ने सभी जिलों के उपनिदेशकों को स्कूलों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने निदेशक स्कूल शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि कमजोर प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाए। पोक्सो मामले, बजट के गबन और नशे की हालत में पाए जाने वाले शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई होगी। लेक्चरर (स्कूल न्यू) कक्षा छठी से 10वीं तक पढ़ाने के निर्देशों का पालन करें।

    शिक्षकों के युक्तीकरण को भी मंजूरी

    बैठक में विज्ञान विषय व पीजीटी शिक्षकों का युक्तीकरण करने को भी मंजूरी दी। विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर युक्तीकरण होगा। बैठक में परफार्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआइ) रिपोर्ट पर नैन्सी, यू-डाइस प्लस पर यादविंदर, डिजिटल अटेंडेंस (शिक्षक/विद्यार्थी) पर मान्या और एक पेड़ मां के नाम अभियान पर नंदिनी ने प्रस्तुति दी। 

    क्षतिग्रस्त स्कूल भवनों को मरम्मत के आदेश

    बैठक में शिक्षा सचिव राकेश कंवर, शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के सचिव, अतिरिक्त निदेशक सहित सभी जिलों के उपनिदेशक मौजूद रहे। शिक्षा मंत्री ने कहा, प्राकृतिक आपदा से जो स्कूल भवन क्षतिग्रस्त हुए हैं उनकी मरम्मत जल्द शुरू करें।

    75 प्रतिशत से अधिक नुकसान वाले स्कूलों को दें प्राथमिकता

    निर्देश दिए कि आपदा पश्चात आवश्यकता मूल्यांकन (पीडीएनए) के तहत प्राप्त धनराशि का विवेकपूर्ण उपयोग किया जाए और 75 प्रतिशत से अधिक क्षति वाले स्कूलों को प्राथमिकता दी जाए। धनराशि के उपयोग की रिपोर्ट पांच दिन के भीतर प्रस्तुत करें, अन्यथा उपयोग नहीं की राशि आवश्यकता वाले अन्य संस्थानों को दे दी जाएगी। शिक्षा बोर्ड को आपदा प्रभावित छात्रों को प्रमाणपत्र की निश्शुल्क प्रतिलिपि प्रदान करने के निर्देश दिए गए। 

    यह भी पढ़ें- Himachal: किस आधार पर होगा CBSE के लिए स्कूलों का चयन, शिक्षकों के प्रशिक्षण व तबादले से लेकर क्या बदलेगा?

    यह भी पढ़ें- हिमाचल हाई कोर्ट ने बिना स्वीकृति लगे पीटीए व एसएमसी शिक्षकों को दी राहत, काउंसिलिंग में मिलेंगे इतने अंक