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    मौसम की मार से जूझ रहा हिमाचल जुटा पक्की तैयारी में, तकनीकी शिक्षा के साथ आपदा प्रबंधन भी पढ़ाएगी सरकार

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 11:12 AM (IST)

    Himachal Pradesh Disaster हिमाचल प्रदेश सरकार ने सभी तकनीकी शिक्षण संस्थानों में आपदा प्रबंधन का पाठ पढ़ाने का निर्णय लिया है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) और पॉलिटेक्निक कॉलेजों में आपदा प्रबंधन में तकनीक का उपयोग विषय शुरू किया जाएगा। यह निर्णय 2023 में राज्य में आई भीषण आपदा के बाद लिया गया है।

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    हिमाचल प्रदेश में आपदा से हुई तबाही। जागरण आर्काइव

    अनिल ठाकुर, शिमला। Himachal Pradesh Disaster, वर्ष 2023 में हिमाचल ने सदी की सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा को झेला। वर्ष 2025 में भी बारिश, भूस्खलन जैसी प्राकृतिक घटनाओं ने हिमाचल का झकझोर कर रख दिया है। इसी बीच राज्य सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। राज्य सरकार सभी तकनीकी शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को आपदा प्रबंधन का पाठ पढ़ाएगी।

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    राज्य की सभी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) व पॉलिटेक्निक कालेजों में आपदा प्रबंधन के लिए तकनीक का इस्तेमाल (यूज आफ टेक्निक इन डिजास्टर मैनेजमेंट) को विषय के तौर पर पढ़ाया जाएगा। सरकारी व निजी आईटीआई व पॉलिटेक्निक कालेजों में यह विषय शुरू होगा।

    ट्रेड चाहे कोई भी हो सभी में एक विषय इसका होगा। तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ इसको लेकर बैठक आयोजित हो चुकी है। विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि इसका पाठ्यक्रम तैयार करें। शैक्षणिक सत्र 2026-27 से इसे पढ़ाना अनिवार्य किया गया है।

    हिमाचल में 152 सरकारी व 133 निजी आईटीआई

    हिमाचल में सरकारी क्षेत्र में 152 आईटीआई व निजी क्षेत्र में 133 आईटीआई चल रही है। इसी तरह 17 पोलटेकनिक कालेज सरकारी व 7 निजी क्षेत्र में चल रहे हैं। तकनीकी कालेज व आईटीआई में करीब 35 हजार विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

    यह होगा फायदा

    तकनीकी शिक्षा मंत्री ने बताया कि विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा कि आपदा के समय तकनीक का किस तरह उपयोग किया जाएगा। आपदा से बचाव व प्रबंधन की बारीकियां भी उन्हें सिखाई जाएगी। सबसे जरूरी तकनीक का इस्तेमाल करना है ताकि कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाया जा सकें। जान माल की सुरक्षा की जा सकें।

    इसके बारे में उन्हें बताया जाएगा। इस विषय को शुरू करने का दूसरा मकसद ये भी है कि हर पंचायत में तकनीकी रूप से दक्ष मानव बल (मैन पावर) उपलब्ध रहेगा। इस विषय में रोजगार की भी अपार संभावनाएं है। जब युवा दक्ष होंगे तो उन्हें रोजगार भी मिलेगा।

    2023 में झेली बड़ी आपदा

    हिमाचल में वर्ष 2023 में सबसे बड़ी आपदा राज्य ने झेली। 10 हजार करोड़ का नुकसान हुआ था, जबकि इस साल 5 हजार करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है। 400 से ज्यादा लोगों की जाने जा चुकी हैं। कई लोगों के घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।

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