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    हिमाचल के लिए प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 1500 करोड़ रुपये कब होंगे जारी? कांग्रेस ने पूछा सवाल, 90 दिन बाद भी इंतजार

    By Jagran News Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Mon, 15 Dec 2025 12:09 PM (IST)

    कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश के लिए प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 1500 करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी करने में हो रही देरी पर सवाल उठाया है। पार्टी ने पूछा ...और पढ़ें

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    कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार

    राज्य ब्यूरो, शिमला। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार ने कहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को सार्वजनिक रूप से स्पष्ट करना चाहिए कि केंद्र सरकार ने किस योजना के तहत किस मद में कितनी राशि हिमाचल को दी है। नड्डा के शिमला में लगाए आरोपों का सच से कोई लेना-देना नहीं है।

    विनय कुमार ने यहां जारी बयान में कहा कि आपदा के नाम पर केंद्र सरकार ने आज तक हिमाचल को एक रुपया नहीं दिया है। तीन माह पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1500 करोड़ रुपये की आपदा राहत राशि की घोषणा की थी, लेकिन अब तक यह राशि प्रदेश को नहीं मिली।

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    90 दिन हो गए घोषणा किए

    दिल्ली से शिमला पैदल आने में भी लगभग 96 घंटे लगते हैं, जबकि घोषणा को 90 दिन से अधिक का समय बीत चुका है और प्रदेश को अभी भी इंतजार करवाया जा रहा है।

    डबल इंजन में भी हुए खोखले दावे

    उन्होंने कहा कि इससे पहले प्रदेश में डबल इंजन सरकार रही, लेकिन उस दौरान भी भाजपा के दावे खोखले साबित हुए। भाजपा शासनकाल में प्रदेश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। नड्डा की कर्मभूमि हिमाचल रही है, ऐसे में उन्हें आपदाग्रस्त प्रदेश की पीड़ा को समझते हुए प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 1500 करोड़ रुपये की राशि तत्काल जारी करवानी चाहिए।

    विनय ने कहा कि केंद्रीय मंत्री होने के नाते नड्डा ने प्रदेश को न तो कोई ठोस आश्वासन दिया और न ही किसी वास्तविक मदद की घोषणा की।

    तीन साल में नहीं दी कोई सहायता

    उन्होंने कहा, तीन वर्षों में केंद्र सरकार ने प्रदेश को कोई विशेष सहायता नहीं दी, जबकि भाजपा सांसद जनता को गुमराह करने के लिए झूठे आंकड़े पेश करते रहे। केंद्र सरकार ने कर्मचारियों के पेंशन अंश की राशि रोक रखी है। केंद्रीय योजनाओं के तहत मिलने वाली सहायता में कटौती की है और प्रदेश की ऋण सीमा पर भी अनुचित अंकुश लगाया है। कांग्रेस पार्टी केंद्र से हिमाचल के हक के लिए सड़क से संसद तक संघर्ष करती रहेगी।

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