Himachal Assembly Session: भाजपा ने विधानसभा में इन दो विषयों पर चर्चा का दिया नोटिस, 18 अगस्त से तपेगा सदन
Himachal Assembly Monsoon Session विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि मानसून सत्र में प्राकृतिक आपदा और कानून व्यवस्था पर चर्चा होगी। सत्र के लिए अब तक 635 तारांकित और 127 अतारांकित प्रश्न प्राप्त हुए हैं। सत्र से पहले 18 अगस्त को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। इस वर्ष 35 बैठकें करने का प्रयास किया जाएगा। सुरक्षा बैठक में पुलिस महानिदेशक सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।

राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Assembly Monsoon Session, हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया का कहना है कि मानसून सत्र के लिए विपक्ष की ओर से राज्य में प्राकृतिक आपदा से पैदा स्थिति व कानून व्यवस्था को लेकर चर्चा से जुड़े विषय प्राप्त हुए हैं। विधानसभा में सत्र के दौरान सुरक्षा प्रबंधों को लेकर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि सत्र के सुचारू संचालन में सत्ता व विपक्ष का सहयोग प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि बैठक में आलाधिकारियों को सुरक्षा से संबंधित सख्त दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।
मानसून सत्र के लिए सदस्यों से प्रश्न प्राप्त होना शुरू हो गए हैं। अब तक 635 तारांकित और 127 अतारांकित प्रश्न प्राप्त हुए हैं। विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले 18 अगस्त को दोपहर दो बजे सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई है। जिसमें दोनों पक्षों की ओर से प्रदेश से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित विषय उठाने का आग्रह होगा।
उन्होंने कहा कि नियम-62 के तहत छह नोटिस प्राप्त हुए। इसी तरह से नियम-101 में 5 और नियम-130 में 7 विषय आए हैं, जोकि तैयारी करने के लिए सरकार को भेज दिए गए हैं। सुरक्षा संबंधी बैठक में पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी, सचिव सामान्य प्रशासन राजेश शर्मा, विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा, जिला उपायुक्त अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी सहित पुलिस के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
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हम इस साल 35 बैठकें करने का प्रयास करेंगे
विधानसभा अध्यक्ष का कहना था कि इस वर्ष प्रयास रहेगा कि 35 बैठके पूरी कर ली जाए। बजट सत्र और मानसून सत्र में कुल 30 बैठकें होंगी। शेष 5 बैठकें शीतकालीन सत्र के दौरान आयोजित हो सकती हैं।
सर्वाधिक 181 बैठकें
1962 से 1967 तक विधानसभा की 181 कार्य दिवस रहे हैं। जबकि सामान्य तौर पर 150-160 कार्य दिवस ही संभव होते हैं। लेकिन ऐसा भी घटित हुआ है कि 1968 में विधानसभा के 15 व 1969 में 13 कार्य दिवस ही हुए थे।
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