Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हिमाचल कांग्रेस मुख्यालय में जनसमस्याएं सुनेंगे मंत्री, अध्यक्ष विनय कुमार की 2 साल के लिए क्या है रणनीति?

    By Jagran News Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Mon, 01 Dec 2025 11:26 AM (IST)

    हिमाचल कांग्रेस के नए अध्यक्ष विनय कुमार ने संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनने के लिए मंत्री मुख्यालय में बैठेंगे। सरकार के पास बचे दो सालों में संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत किया जाएगा। आर्थिक चुनौतियों के बावजूद, राजस्व बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे। 

    Hero Image

    हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष विनय कुमार कुर्सी संभालते हुए। जागरण

    राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के साथ-साथ दोबारा से सत्तासीन करने की चुनौती का सामना करना है। यह सब संगठन, सरकार के सहयोग और कार्यकर्ताओं की मेहनत से संभव होगा। 

    हिमाचल में हमारी सरकार के पास दो साल शेष हैं, जिसमें से एक साल काम का और एक साल चुनाव का है। यह बात प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष विनय कुमार ने 'दैनिक जागरण' से साक्षात्कार के दौरान कही।

    उन्होंने बताया कि संगठन को मजबूत करने के लिए सभी का सहयोग लिया जाएगा और इसके लिए कार्य तुरंत शुरू कर दिए जाएंगे। यह व्यवस्था भी करवाई जाएगी कि कार्यकर्ताओं की समस्याओं को दूर करने के लिए मंत्री कांग्रेस मुख्यालय में बारी-बार से बैठें। प्रस्तुत है उनसे बातचीत के मुख्य अंश...।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रदेश में एक साल से संगठन नहीं हैं, ऐसे में कैसे मजबूत होगा?

    विनय कुमार ने स्वीकार किया कि एक वर्ष से संगठन का गठन नहीं हो सका, जिसके कारण कांग्रेस पार्टी को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि संगठन ही सरकार को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। संगठन की मदद से ही सरकार की योजनाएं जमीनी स्तर पर पहुंचती हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए कार्य तुरंत शुरू किया जाएगा। तीन माह में कार्यकारिणी के गठन का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ युवाओं और महिलाओं को भी शामिल किया जाएगा।

    प्रदेश सरकार के दो साल शेष हैं, अब आपकी क्या रणनीति रहेगी?

    विनय कुमार ने कहा कि वह श्री रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र का नेतृत्व कर रहे हैं, जहां से जीतकर प्रदेश के डा. यशवंत सिंह परमार कई बार मुख्यमंत्री रहे। सरकार के पास दो साल शेष हैं, जिसमें से एक काम का और एक चुनाव का है। इस एक साल में संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के साथ-साथ कार्यकर्ताओं की आवाज बनकर उनकी मांगों को सरकार के समक्ष उठाया जाएगा।

    इसके लिए यह व्यवस्था की जाएगी कि कार्यकर्ताओं की समस्याओं के समाधान के लिए मंत्री कांग्रेस मुख्यालय में नियमित रूप से बैठें। सरकार के कार्यों को जनता के बीच ले जाने के लिए एक कैलेंडर तैयार किया जाएगा, जिसके आधार पर रुपरेखा तय की जाएगी।

    आर्थिक तंगी में संगठन और सरकार के काम की गति कैसे बढ़ेगी?

    किसी भी कार्य के लिए धन की आवश्यकता होती है। आर्थिक तंगी के बावजूद, सरकार अपने राजस्व को बढ़ाने और आर्थिक मजबूती के लिए कई कदम उठा रही है। संगठन को चलाने के लिए भी हरसंभव प्रयास किए जाएंगे, जिससे संगठन आर्थिक रूप से मजबूत हो सके। इसके लिए वरिष्ठ और कनिष्ठ सभी के सहयोग से कार्य किया जाएगा।

    यह भी पढ़ें: हिमाचल कांग्रेस कार्यकारिणी में पद के लिए जद्दोजहद, अनदेखी से कठिन होगी इन वरिष्ठ नेताओं की राजनीतिक राह

    वीरभद्र भी कांग्रेस को लगातार दो बार सत्ता में नहीं ला सके, आप क्या करेंगे? 

    इसके लिए वरिष्ठों के होश के साथ युवाओं के जोश को शामिल किया जाएगा, महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए ब्लाक से बूथ स्तर तक पदाधिकारी और संगठन को खड़ा किया जाएगा। एक साल है जिसमें संगठन को मजबूत करना है और भाजपा के दुष्प्रचार और इंटरनेट मीडिया पर घेराबंदी करनी है। इसके लिए मीडिया सेल के साथ कांग्रेस के अन्य संगठनों को मजबूत किया जाएगा। कार्यकर्ताओं और प्रदेश की जनता के दम पर ही सरकार को दोबारा से सत्ता में लाया जा सकता है।

    यह भी पढ़ें: हिमाचल के डिप्टी CM फ्लाइट में देरी की पोस्ट कर हुए ट्रोल, यूजर्स बोले- जनता भी आपकी बसों के लिए इसी तरह परेशान