Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Himachal Budget Session 2024: आपदा में डूबे पर्यटन को बजट का सहारा, कारोबारियों की हिमाचल सरकार की टूरिज्म योजनाओं पर नजर

    Updated: Sun, 11 Feb 2024 08:42 AM (IST)

    Himachal Budget Session 2024 हिमाचल प्रदेश में अगले बजट से प्रदेशवासियों को काफी आस है। आपदा में डूबे पर्यटन को भी बजट से ही राहत मिल सकती है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पर्यटन को पंख लगाने और कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने की घोषणा की है। इसके लिए पुराने पर्यटन स्थलों के साथ नए को विकसित करना आवश्यक है। पहाड़ी प्रदेश होने के नाते फोरलेन उचित विकल्प नहीं है।

    Hero Image
    कारोबारियों की हिमाचल सरकार की टूरिज्म योजनाओं पर नजर (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Budget Session 2024: हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा में डूबे पर्यटन कारोबार को सुक्खू सरकार के दूसरे बजट से सहारे की आस है। कोरोना महामारी के बाद आपदा की मार झेल रहे हिमाचल के पर्यटन कारोबारियों को फरवरी के हिमपात ने कुछ उम्मीद बांधी है। साथ ही हिमाचल सरकार की पर्यटन योजनाओं पर भी नजर है, जिससे पर्यटकों की संख्या को दो करोड़ से पांच करोड़ तक हो सके।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कांगड़ा बनेगा पर्यटन राजधानी

    मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पर्यटन को पंख लगाने और कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाने की घोषणा की है। इसके लिए पुराने पर्यटन स्थलों के साथ नए को विकसित करना आवश्यक है। पहाड़ी प्रदेश होने के नाते फोरलेन उचित विकल्प नहीं है। ऐसे में हवाई सेवा के साथ, रेल, रोपवे और टनल के निर्माण से पर्यटकों की यात्रा को सुखद और आरामदायक बनाया जा सकता है। प्रदेश के बहुत से ऐसे ऐतिहासिक स्थल हैं, जिनका पर्यटन मानचित्र पर नाम नहीं है।

    यह भी पढ़ें: Shimla: HRTC कर्मचारियों की JCC चौपट, मांगे पूरी करवाने में रही विफल; परिवहन मजदूर संघ के कई पदाधिकारियों ने दिया इस्तीफा

    धार्मिक पर्यटन को विकसित करने की आवश्यकता

    ऐसे स्थलों को विकसित करने के साथ धार्मिक पर्यटन को विकसित करने की आवश्यकता है। प्रदेश में वर्ष 2023 में प्राकृतिक आपदा के कारण पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित रहा, जबकि इस वर्ष दिसंबर और जनवरी के सूखे ने पर्यटन कारोबार पर पानी फेरा। हिमाचल में हवाई और रेल सेवा ठीक नहीं है। साथ ही सड़कों की हालत सुधारने की भी आवश्यकता है, ताकि यात्रा सुखद हो सके।

    यातायात जाम में फंसना नहीं चाहता कोई

    प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थल शिमला, मनाली, कसौली, डलहौजी व धर्मशाला हैं। लेकिन, पर्यटन सीजन में यहां पर्यटकों को लंबे यातायात जाम में फंसने को मजबूर होना पड़ता है। कोई भी यातायात जाम में फंसने के लिए यहां नहीं आना चाहता। ऐसे में जाम की समस्या को दूर करने के साथ टूरिस्ट गाइड के नाम पर हो रही ठगी से भी राहत दिलाने की जरूरत है।

    सरकार पर्यटन के विकास के लिए कई काम कर रही है। नए पर्यटन स्थलों को विकसित करने के अतिरिक्त रोपवे और अन्य यातायात सुविधाओं को बेहतर किया जा रहा है। इसमें रोजगार की भी अपार संभावनाएं हैं। रोजगार सृजन के साथ पर्यटकों की संख्या बढ़े इसके लिए कार्य किया जा रहा है। बजट में पर्यटन के लिए बहुत कुछ होगा जो पर्यटन को पंख लगाएगा। -आरएस बाली, अध्यक्ष, पर्यटन विकास निगम।

    यह भी पढ़ें: Himachal News: 'हिमाचल को 2026 तक बनना है ग्रीन एनर्जी स्टेट' CM सुक्‍खू ने दिए निर्देश; युवाओं के लिए बढ़ेंगे रोजगार