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    Himachal: कंपनी ने नहीं दिया 11 करोड़ रुपये का बिजली बिल, अब 3 पूर्व इंजीनियरों व निदेशकों पर विजिलेंस में FIR

    Updated: Thu, 25 Sep 2025 04:05 PM (IST)

    Himachal Pradesh Bijli Board हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड के तीन पूर्व इंजीनियरों और मैसर्स गिलवर्ट इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के दो निदेशकों के खिलाफ विजिलेंस ने मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई बिजली बोर्ड के चेयरमैन संजय गुप्ता की शिकायत पर हुई। कंपनी पर 11.84 करोड़ रुपये की बिल राशि लंबित है जिसके चलते यह मामला दर्ज किया गया है।

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    लंबित बिजली बिल मामले में पूर्व इंजीनियरों व दो कंपनी निदेशकों पर विजिलेंस ने मामला दर्ज किया है। प्रतीकात्मक फोटो

    राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Pradesh Bijli Board, हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड के तीन पूर्व इंजीनियरों और मैसर्स गिलवर्ट इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के दो निदेशकों के खिलाफ विजिलेंस ने मामला दर्ज किया है। हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड के चेयरमैन संजय गुप्ता की शिकायत पर विजिलेंस ने मामला दर्ज किया है।

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    हिमाचल बिजली बोर्ड के 3 पूर्व इंजीनियरों व कंपनी निदेशकों पर विजिलेंस में मामला दर्ज, 11 करोड़ के बिल का मामला

    इसी साल मार्च महीने में संजय गुप्ता ने अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग को इस मामले की शिकायत भेजी थी। गृह विभाग की ओर से मामला विजिलेंस को भेजा गया। विजिलेंस ने इसकी जांच शुरू की।प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी पाई गई, जिसके बाद अब इसको लेकर एफआईआर दर्ज कर दी गई है।

    इस शिकायत के बाद राज्य बिजली बोर्ड में हड़कंप मच गया है। विजिलेंस से प्राप्त सूचना के अनुसार सोलन जिला के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में कई साल पहले मैसर्स गिलवर्ट इस्पात प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी चल रही थी। इस कंपनी ने बिजली के बिल का भुगतान नहीं किया। बिल की राशि ज्यादा होने पर बोर्ड अधिकारियों ने कंपनी का बिल इकट्ठा लेने के बजाय इंस्टॉलमेंट में कर दिया।

    11.64 करोड़ का बिल लंबित, कंपनी हो गई डिफाल्टर

    कंपनी का बिजली मीटर दोबारा चालू कर दिया। इसके बाद कंपनी ने बिल का भुगतान चेक के माध्यम से शुरू किया। बाद में चेक भी बाउंस हो गए। कुछ समय बाद कंपनी डिफॉल्ट हो गई और बोर्ड अधिकारी कंपनी से बिजली बिल का पैसा नहीं वसूल पाए। इस कंपनी का लगभग 11.84 करोड़ रुपये की बिल की राशि लंबित है।

    चेयरमैन की शिकायत पर मामला दर्ज

    बिजली बोर्ड के चेयरमैन संजय गुप्ता ने राजेश कुमार ठाकुर तत्कालीन चीफ इंजीनियर (ऑपरेशन), अनूप धीमान तत्कालीन अधीक्षण अभियंता (ऑपरेशन), वाईआर शर्मा, तत्कालीन चीफ इंजीनियर (कमर्शियल), मैसर्स गिलवर्ट इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अभिनव मोदगिल, उमेश मोदगिल और बिजली बोर्ड के अन्य अज्ञात अधिकारियों व कर्मचारियों पर मामला दर्ज किया गया है।

    पूछताछ के लिए तबल होंगे अधिकारी

    विजिलेंस जैसे इस मामले की जांच आगे बढ़ाएगा, दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के नाम सामने आएंगे। इस मामले में विजिलेंस आने वाले दिनों में इन अधिकारियों को पूछताछ के लिए भी तलब करेगा। विजिलेंस की ओर से की गई इस कार्रवाई के बाद बोर्ड में हड़कंप मच गया है। बिजली बोर्ड से लेकर सचिवालय तक इस मामले को लेकर दिनभर चर्चा रही।

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