हिमाचल में शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने से बच नहीं सकते सरकारी स्कूल, विभाग ने तलब किया रिकॉर्ड
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने की तैयारी है। शिक्षा विभाग ने प्रदेश भर के स्कूलों से इस बारे में जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है। विभाग यह पता लगाएगा कि कितने स्कूलों ने स्वेच्छा से ड्रेस कोड लागू किया है और जो स्कूल पीछे हट रहे हैं उनके क्या कारण हैं। शिक्षा सचिव ने कहा इससे बदलाव देखने को मिले हैं।
राज्य ब्यूरो, शिमला। राज्य के सरकारी स्कूलों के शिक्षक अब ड्रेस कोड लागू करने से बच नहीं सकते। शिक्षा विभाग ने प्रदेश भर से इसका डाटा जुटाना शुरू कर दिया है। निदेशक स्कूल शिक्षा आशीष कोहली की ओर से इस संबंध में सभी जिलों के उप निदेशकों को एक पत्र जारी किया गया है।
इसमें पूछा गया है कि कितने स्कूलों ने ड्रेस कोड को स्वेच्छा से लागू किया है। उप निदेशकों को ऐसे स्कूलों की सूची बनाकर निदेशालय भेजने के निर्देश दिए हैं। इसमें स्कूल का नाम, शिक्षकों की ड्रेस कोड के साथ फोटो, विद्यालय का नाम, संस्था के प्रमुख का नाम, पदनाम, संबंधित ब्लॉक अवश्य होना चाहिए।
पूरा डाटा जुटाएगा शिक्षा विभाग
विभाग का मानना है कि कुछ स्कूलों ने तो इस आदेश को लागू कर दिया है, लेकिन कुछ अभी तक इससे पीछे हट रहे हैं। अब विभाग इसका पूरा डाटा जुटाएगा कि कहां कहां पर इसे लागू कर दिया है। जिन स्कूलों ने लागू नहीं किया है उसके क्या कारण है। उप निदेशकों से भी इसका जवाब पूछा जाएगा कि क्यों स्कूल इससे पीछे हट रहे हैं।
मार्च में शिक्षा विभाग ने जारी किए थे आदेश
शिक्षा विभाग ने मार्च महीने में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों को स्वैच्छिक तौर पर ड्रेस कोड लागू करने के निर्देश जारी किए थे। प्रदेश के कुछ स्कूलों ने अपने स्तर पर शिक्षकों के लिए कोड तय किया है।
शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने कहा था कि विद्यार्थियों के लिए शिक्षक रोल मॉडल होते हैं। शिक्षकों की ड्रेस और व्यवहार का स्कूली बच्चों पर सीधा असर पड़ता है। जिन स्कूलों में ड्रेस कोड लागू हुए हैं, वहां बदलाव देखा गया है।
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