मंडी के DC ऑफिस को बम से उड़ाने की धमकी, तहव्वुर राणा के नाम से भेजी गई ईमेल; मचा हड़कंप
मंडी जिला के उपायुक्त कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी मिली जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। 26/11 हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा के नाम से ईमेल द्वारा धमकी दी गई। पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने तुरंत परिसर को खाली कराकर जांच शुरू कर दी है। साइबर सेल ईमेल की जांच कर रहा है और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

जागरण संवाददाता, मंडी। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के उपायुक्त कार्यालय परिसर को वीरवार दोपहर बाद डेढ़ बजे बम से उड़ाने की धमकी मिली है। इससे पूरे प्रशासनिक तंत्र में हड़कंप मचा हुआ है। यह धमकी मंगलवार देर रात 2:46 बजे एक ईमेल के जरिए दी गई, जो मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा (Tahawwur Hussain Rana) के नाम से भेजी गई है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ईमेल फर्जी आईडी से प्रॉक्सी सर्वर के माध्यम से भेजी गई है।
ईमेल की जानकारी मिलते ही बुधवार सुबह उपायुक्त कार्यालय, पुलिस अधीक्षक कार्यालय और जिला न्यायालय परिसर को तुरंत खाली करवा लिया गया। सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत हरकत में आते हुए पूरे परिसर को सील कर दिया और बम व डॉग स्क्वाड को जांच में लगाया गया है।
चार बम व डॉग स्क्वाड टीमें जांच में जुटीं
धमकी के मद्देनजर मंडी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। हिमाचल पुलिस व केंद्रीय औद्याेगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की चार संयुक्त बम व डॉग स्क्वाड टीमें उपायुक्त,पुलिस अधीक्षक व जिला न्यायालय परिसर को खंगाल रही हैं।
तीनों परिसर पांच पांच मंजिला हैं। हर कमरा,फाइल सेक्शन, पार्किंग क्षेत्र और परिसर के कोने-कोने की सघन जांच की जा रही है। हालांकि अब तक किसी संदिग्ध वस्तु या विस्फोटक के मिलने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन एहतियात के तौर पर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया गया है।
सीआईएसएफ की टीम भुंतर हवाई अड्डे से बुलाई गई है। कुल्लू व बिलासपुर जिले का बम निरोधक दस्ता भी मदद कर रहा है। ईमेल कहां से और किसने भेजा है। जानने के लिए मामला साइबर विभाग को सौंप दिया गया है। मंडी पुलिस भी मामले की जांच कर रही है।
धमकी भरी ईमेल मिलने के बाद उपायुक्त ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। इसके बाद परिसर के तीनों गेट बंद कर दिए गए। मदद के लिए पंडोह से एसडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई। दमकल कर्मी भी फायर टेंडर सहित परिसर में उपस्थित रहे।
परिसर के बाहर एंबुलेंस खड़ी रही। इसके बाद सर्च अभियान शुरु हुआ। दोपहर बाद डेढ़ बजे तक पूरा बाहरी परिसर खंगाला गया। इसके बाद अंदर सर्च अभियान शुरु हुआ।
प्रवेश द्वारों पर मेटल डिटेक्टर और सख्त जांच व्यवस्था
घटना के बाद जिला प्रशासन ने उपायुक्त कार्यालय परिसर में आने वाले हर वाहन और व्यक्ति की जांच करने का निर्णय लिया है। तीनों मुख्य प्रवेश द्वारों पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है। बिना पहचान पत्र के किसी को भी परिसर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा।
क्या होता है प्रॉक्सी सर्वर?
प्रॉक्सी सर्वर एक कंप्यूटर या राउटर होता है जो उपयोगकर्ता और इंटरनेट के बीच गेटवे की तरह काम करता है। यह यूजर की असली लोकेशन और पहचान को छुपाता है तथा कारपोरेट नेटवर्क की आंतरिक संरचना को सुरक्षित बनाए रखने में मदद करता है। इसका प्रयोग अपराधी अपनी पहचान छुपाने के लिए करते हैं।
उपायुक्त कार्यालय परिसर को बम से उड़ाने की धमकी ईमेल के माध्यम से मिली है। बम व डॉग स्क्वायड सर्च अभियान में लगा है। ईमेल कहां से आई है,साइबर सेल को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
साक्षी वर्मा,पुलिस अधीक्षक मंडी
धमकी भरी ईमेल मिलने के बाद सभी प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट किया गया। सुरक्षा की दृष्टि से तत्काल परिसर को खाली करवा दिया गया है। सर्च अभियान पूरा होते ही दोबारा कामकाज सामान्य तरीके से चलेगा।
अपूर्व देवगन,उपायुक्त मंडी
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