खुशखबरी! हिमाचल में नौकरी का सुनहरा मौका, स्कूलों में भर्ती होंगे जेओए लाइब्रेरी, 100 पद भरने की मिली मंजूरी
हिमाचल प्रदेश (Himachal Job Alert) सरकार राज्य के सरकारी स्कूलों में जेओए-लाइब्रेरी के 100 पदों को भरने जा रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। यह भर्ती उन स्कूलों में होगी जहां 300 से अधिक छात्र हैं जिससे राज्य के बेरोजगार युवाओं को राहत मिलेगी और बच्चों में पढ़ाई की आदत को बढ़ावा मिलेगा।

राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश (Himachal Job) के बेरोजगार युवाओं के लिए राहत भरी खबर है। राज्य सरकार सरकारी स्कूलों में जेओए-लाइब्रेरी के 100 पदों को भरने जा रही है। सोमवार को आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने की। राज्य के ऐसे स्कूल जिसमें विद्यार्थियों की संख्या 300 व इससे अधिक हैं, उनमें ये पद भरे जाएंगे। दूसरे चरण में सरकार 300 से कम विद्यार्थियों की संख्या वाले स्कूलों में भी जेओए-लाइब्रेरी के पदों को भरेगी। सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को राहत मिली है।
नौकरी का राह ताक रहे थे युवा
हिमाचल प्रदेश (Himachal Job Alert) में करीब 20 से 25 हजार युवाओं ने लाइब्रेरियन के डिग्री व डिप्लोमा किया है। वे नौकरी की राह ताक रहे थे। सरकार स्कूलों में भी इन पदों को भरने जा रही है। इससे पहले लाइब्रेरियन का पद भरा जाता था। सरकार ने स्कूलों में जो लाइब्रेरियन लगे थे, उन्हें कॉलेज में शिफ्ट कर दिया था। अब स्कूलों में लिए जेओए लाइब्रेरियन का पद भरने का निर्णय लिया गया है।
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बच्चों में पढ़ाई की आदत डालने के लिए प्रयास
सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ाई की आदत बनाना इसका मकसद है। हाल ही में शिक्षा विभाग ने इसको लेकर एक विस्तृत गाइडलाइन भी जारी की थी। इस प्रक्रिया में यदि लाइब्रेरी की किताब गुम हो या फट जाए, तो भी किसी पर कार्रवाई नहीं होगी।
ऐसा इसलिए किया गया था क्योंकि किताब फट जाने या गुम होने की स्थिति में काफी दिक्कतें आ रही थी। यहां तक की कोई शिक्षक इसका चार्ज लेने को भी तैयार नहीं होते थे। यदि एसएमसी का कोई सदस्य इसके लिए रुचि रखता है, तो उसे भी इंचार्ज बनाया जा सकता है।
स्कूल प्रबंधन समिति चाहे तो गांव के रिटायर टीचर या समुदाय के किसी सदस्यों को भी यह जिम्मेदारी दे सकती है। स्कूल की लाइब्रेरी में और किताबें जोड़ने के लिए स्कूल प्रबंधन समिति को अपने गांव या शहर को भरोसे में लेना है।

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