गजब की चोरी! रिश्तेदार के घर से गहने चुराकर ले लिया Gold Loan, नौकरी के सिलसिले में आई थी शिमला
शिमला में एक महिला ने अपने रिश्तेदार के घर से सोने के गहने चुरा लिए और फिर उन गहनों से गोल्ड लोन ले लिया। महिला नौकरी के सिलसिले में रिश्तेदार के यहां शिमला आई थी। इस दौरान वह उनके घर के ठहरी थी। पुलिस ने आरोपी महिला को हरियाणा के सोनीपत से हिरासत में लेकर शिमला लाया है। हालांकि उसके पास गहने नहीं मिले हैं।

जागरण संवाददाता, शिमला। राजधानी शिमला में रिश्तेदार के घर से सोने के गहने चोरी कर हरियाणा की महिला ने गोल्ड लोन ले लिया। पुलिस ने आरोपित महिला को हरियाणा के सोनीपत से हिरासत में लेकर कर शिमला लाया है। उसके पास गहने नहीं मिले हैं। आरोपित महिला का कहना है कि उसने चोरी किए गहनों से गोल्ड लोन लिया है। पुलिस जांच कर रही है कि उसने गोल्ड लोन लिया है या नहीं।
नौकरी के सिलसिले में आई थी शिमला
गत वर्ष दिसंबर में सोनीपत से एक महिला शिमला के साथ लगते पड़ैची में रिश्तेदार के यहां आई थी। रिश्तेदारों ने उस पर सोने के गहने चुराने का आरोप लगाया था। कुसुमलता पत्नी अमरदेव निवासी गांव पड़ेची डाकघर एजीपीओ शिमला ने सदर थाना शिमला में शिकायत दर्ज करवाई थी।
उसने पुलिस को बताया था कि सोनीपत की रहने वाली रिश्तेदार सोनिया शिमला में नौकरी के सिलसिले में आई थी। इस दौरान वह उनके घर में ठहरी थी। अगले दिन उसने अलमारी खोलकर देखी तो सोने के गहने गायब थे। उसे सोनिया पर शक था। सदर थाना के एसएचओ धर्मसेन नेगी ने मामले की पुष्टि की है।
दुकान में चोरी करने वाला गिरफ्तार
वहीं, बीबीएन के पुलिस थाना बरोटीवाला में बृजनेश सिह निवासी गांव मुकुटपुर डाकघर अहेरीपुर जिला इटावा उत्तर प्रदेश से शिकायत मिली कि रविवार रात लक्कड़ डिपो के पास उसकी दुकान ठाकुर कम्युनिकेशन से अज्ञात नकाबपोश तीन लोग राड से ताला तोड़कर गल्ले से पैसे चोरी करके ले गए।
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चोरी और जबरन प्रवेश के मामले में आरोपित बरी
मंडी के स्टेट बैंक ऑफ पटियाला की जब्त संपत्ति में सेंधमारी और चोरी के मामले में न्यायालय ने आरोपित नरेश कुमारी व अन्य को बरी कर दिया। थाना सुंदरनगर में दर्ज मामले में आरोपितों पर बैंक के कब्जे वाली संपत्ति में जबरन घुसकर घरेलू सामान चुराने का आरोप था।
स्टेट बैंक ऑफ पटियाला ने 22 मई 2013 को आरोपितों की संपत्ति जब्त की थी। इस दौरान घर में मौजूद घरेलू सामान भी कब्जे में लेकर सील कर दिया था। संपत्ति को बाद में मैसर्स बीएंडबी एसोसिएट्स के माध्यम से सार्वजनिक नीलामी में प्रदीप कुमार को बेच दिया गया था। 14 नवंबर 2013 को जब बैंक के अधिकृत अधिकारी नए मालिक को संपत्ति सौंपने पहुंचे तो उन्होंने पाया था कि घर के मुख्य द्वार का ताला अंदर से बंद था।
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