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    'हिमाचल में कभी भी बन सकती है BJP की सरकार', शिमला सांसद सुरेश कश्यप के दावे से गरमायी राजनीति

    शिमला से सांसद सुरेश कश्यप ने हिमाचल (Himachal Politics) में भाजपा की जल्द सरकार बनने का दावा किया है जिससे राज्य की राजनीति गरमा गई है। भाजपा को 2027 से पहले सत्ता मिलने की उम्मीद है लेकिन पूर्व मंत्री रमेश धवाला और नाराज विधायकों की नाराजगी पार्टी के लिए चुनौती बनी हुई है। कांगड़ा में धवाला की सक्रियता से स्थिति और जटिल हो सकती है।

    By Digital Desk Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Thu, 10 Apr 2025 12:59 PM (IST)
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    शिमला से भाजपा सांसद सुरेश कश्यप। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, शिमला। Himachal News: शिमला संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य सुरेश कश्यप ने हिमाचल में जल्द ही भाजपा की सरकार बनाने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि कभी भी हमारी सरकार विराजमान हो सकती है।

    हिमाचल की राजनीति फिर से गरमायी

    इससे हिमाचल की राजनीति फिर से गरमा गई है। पिछले साल दिसंबर में भी भाजपा पर प्रदेश सरकार को अस्थिर करने के आरोप लगे थे। अब फिर से भाजपा के सांसद की ओर से इस तरह के बयान आने के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा आरंभ हो गई है।

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    हालांकि, इसके बाद उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता 2027 में अपनी गलती सुधार लेगी, लेकिन उन्होंने अपने पहले के बयान को नहीं बदला। इससे साफ है कि भाजपा को अब भी उम्मीद है कि वह 2027 से पहले सत्ता में आ सकती है, लेकिन भाजपा के लिए अभी पूर्व मंत्री रमेश धवाला की चिंगारी को शांत करना चुनौती बना हुआ है।

    रमेश धवाला के साथ 10 से अधिक पूर्व विधायक कर चुके हैं बैठक

    उनके बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भाजपा को देहरा से धवाला की उठी ज्वाला को भी शांत करना होगा। देखना होगा कि भाजपा इसमें सफल रहती है या फिर चिंगारी धधकती है। इस पर काफी कुछ 2027 के चुनाव पर निर्भर करेगा।

    रमेश धवाला के साथ चंडीगढ़ में 10 से ज्यादा पूर्व विधायक बैठक कर चुके हैं। इनमें दो बड़े नेता भी शामिल थे। इनके साथ ही पार्टी के टिकट आवंटन के बाद नाराज हुए नेता भी इसमें शामिल हुए, तो डैमेज कंट्रोल अंतिम चरण में मुश्किल हो सकता है।

    इसलिए पार्टी के इस दावे को अति आत्मविश्वास मानते हुए अब राजनीतिक जानकार भी इस चिंगारी को जल्द शांत करने की बात कर रहे हैं। धवाला कांगड़ा के नेताओं को एकजुट करने में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। राजनीतिक तौर पर कांगड़ा हिमाचल की राजनीति में अहम स्थान रखता है।

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