199 की मौत, 452 सड़कें बंद और 1952 करोड़ का नुकसान; हिमाचल में अब तक 30 बार फटे बादल
रामपुर में बादल फटने से जलशक्ति विभाग की पाइपें क्षतिग्रस्त हो गईं जिससे कई क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति बाधित हुई। बाढ़ से पुल को भी नुकसान पहुंचा और एक पशुशाला में पानी भर गया। प्रदेश में मानसून के दौरान बादल फटने की 30 और बाढ़ की 58 घटनाएं दर्ज की गई हैं जिससे लगभग 1952 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। रामपुर उपमंडल के शांदल की स्लेटी खड्ड में बुधवार देर रात बादल फटने (Himachal Cloudburst) से जलशक्ति विभाग की पानी की पाइपों को नुकसान पहुंचा। इस कारण कई क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति बाधित हुई। खड्ड में बाढ़ आने से दरशाल बठेड़ा पुल की नींव को क्षति पहुंची और एक पशुशाला में पानी भरने से नुकसान हुआ। यहां पर लोगों ने रात जाग कर काटी।
प्रदेश में अभी तक मानसून के दौरान बादल फटने की 30, जबकि बाढ़ आने की 58 घटनाएं दर्ज की गई हैं। प्रदेश में बरसात से अभी तक 1952 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अंतर्गत राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, 6 अगस्त तक कुल 199 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें वर्षाजनित आपदाओं में 108 और सड़क दुर्घटनाओं में 91 लोग शामिल हैं।
चार जगहों पर हुआ लैंडस्लाइड
ऊना के बंगाणा की चुरड़ी पंचायत में वीरवार सुबह वर्षा के बीच महिला पर मकान की दीवार गिर गई। उसे क्षेत्रीय अस्पताल ऊना से पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर किया गया है। राजधानी में चार स्थानों पर भूस्खलन हुआ।
सोलन में परवाणू से कसौली मार्ग पर सुबह भारी वर्षा से जंगेसु के पास तीन स्थानों पर भूस्खलन होने से यातायात कुछ समय तक बाधित रहा। नालागढ़-रामशहर-शिमला मार्ग कुमारहट्टी के समीप भारी भूस्खलन से लगातार दूसरे दिन बंद रहा।
ऊपरी क्षेत्रों में हो रही वर्षा और बांधों से पानी छोड़ने के कारण वीरवार को पौंग बांध का जलस्तर 1375.61 फीट पहुंच गया। पौंग में 66323 क्यूसेक पानी आ रहा है।
वीरवार सुबह पौंग बांध के गेट सवा पांच फीट खोले गए। बांध से पानी छोड़ा गया तो इंदौरा के मंड क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
14 अगस्त तक भारी बारिश की आशंका
मौसम विभाग ने शुक्रवार को सोलन, शिमला व सिरमौर में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना जताई है। नौ से 14 अगस्त तक अधिकतर स्थानों पर भारी वर्षा की आशंका है। नौ अगस्त को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा और मंडी में भारी वर्षा का अलर्ट है।
वीरवार को अधिकतर स्थानों पर धूप खिली रही, जबकि एक-दो स्थानों पर वर्षा हुई। वर्षा व भूस्खलन से दो राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 454 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। कुल्लू में एनएच-305 और किन्नौर में एनएच-05 बंद है।
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