Himachal Landslide: पठानकोट-मंडी हाईवे का हिस्सा धंसा, बहाली में लगेंगे दो से तीन दिन; सैकड़ों लोग फंसे
Mandi Pathankot NH Blocked मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग मैगल के पास भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गया है जिससे यातायात पूरी तरह से बाधित है। एडीएम मंडी ने एनएचएआई को मार्ग बहाल करने के निर्देश दिए हैं। छोटे वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है जबकि बड़े वाहनों के लिए कोई सुरक्षित मार्ग उपलब्ध नहीं है।

सहयोगी, पद्धर (मंडी)। Mandi Pathankot NH Blocked, पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग का एक बड़ा भाग मैगल के पास बुधवार सुबह भूस्खलन से धंस गया है। इससे मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो गई है। मार्ग बहाल होने में दो से तीन दिन का समय लग सकता है। सैकड़ों लोग हाईवे पर फंसे हुए हैं।
एडीएम मंडी डा. मदन कुमार ने बुधवार को मौके का निरीक्षण कर एनएचएआई के अधिकारियों को मार्ग बहाल करने के लिए योजनाबद्ध ढंग से कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
मार्ग बाधित होने से लोगों की मुश्किल बढ़ गई है। प्रशासन ने साफ किया है कि मार्ग को तुरंत बहाल करना संभव नहीं है। छोटे वाहनों को पाली भराड़ा कटिंडी व साहल गरलोग मार्ग से डायवर्ट किया जा रहा है, जबकि बड़े वाहनों को पद्धर से डायनापार्क होकर मंडी भेजने की व्यवस्था की गई है। फिलहाल कुछ लोकल बसें ही इन मार्गों से गुजर रही हैं, जबकि लंबी दूरी की बसों को बीच रास्ते से ट्रांसमिट करना पड़ रहा है।
मालवाहकों के लिए कोई सुरक्षित मार्ग नहीं
वहीं एसडीएम पद्धर सुरजीत सिंह ठाकुर ने पद्धर डायनापार्क वाया तरयांबली मार्ग का जायजा लेकर कहा कि इस मार्ग से बसों की आवाजाही संभव है, लेकिन तंग जगहों पर वाहन चालकों को आपसी सहयोग करना होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारी मालवाहक वाहनों के लिए अभी कोई सुरक्षित मार्ग उपलब्ध नहीं है।

एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार क्षतिग्रस्त हाईवे का निरीक्षण करते हुए। जागरण
मंडी कमांद बजौरा मार्ग भी धंसा
कुल्लू को जोड़ने वाला वैकल्पिक मार्ग मंडी कमांद बजौरा भी कनौज के समीप सड़क धंसने से तीन दिन से बंद पड़ा है। इन दोनों मार्गों पर रुकावट के चलते सैकड़ों यात्री व पर्यटक बीच रास्तों में फंसे हुए हैं।
तीन मकान आए खतरे की जद में
मैगल के समीप लवांडी नाला के पास सड़क धंसने पर ग्रामीणों ने फोरलेन निर्माण कर रही गावर कंपनी को जिम्मेदार ठहराया है। लोगों का आरोप है कि बेतरतीव कटिंग के चलते समीप के तीन मकान खतरे में आ गए हैं। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया है।

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