Manali Highway: वैकल्पिक मार्ग से निकलेंगे मनाली हाईवे पर फंसे छोटे वाहन, प्रशासन ने तय किए स्लॉट; हेल्पलाइन नंबर जारी
Manali Highway भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कीरतपुर-मनाली फोरलेन फिर से बाधित हो गया है। बनाला और कैंची मोड़ के पास भूस्खलन हुआ है। मंडी-कमांद मार्ग छोटे वाहनों के लिए खोला गया है लेकिन यातायात समयबद्ध स्लॉट के आधार पर ही होगा। यात्रियों से अनुरोध है कि वे आवश्यक होने पर ही यात्रा करें और सड़क की स्थिति की जानकारी लेकर निकलें। हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, मंडी। Manali Highway, भारी वर्षा और लगातार भूस्खलन ने कीरतपुर-मनाली फोरलेन को एक बार फिर ठप कर दिया है। बुधवार रात बनाला के पास पहाड़ टूटकर सड़क पर आ गिरा, वहीं पंडोह औट खंड में कैंची मोड़ के पास सड़क का बड़ा हिस्सा धंस गया। प्रशासन ने वैकल्पिक मार्ग पर छोटे वाहनों के लिए यातायात बहाली का रास्ता खोल दिया है। लेकिन भारी वाहनों के लिए कोई विकल्प नहीं है।
वैकल्पिक मार्ग से आंशिक राहत
लंबे जाम और परेशान यात्रियों को देखते हुए प्रशासन ने कमांद-कटौला मार्ग हलके वाहनों के लिए खोल दिया है। हालांकि यह रास्ता भी जोखिम भरा है और वाहनों को समयबद्ध स्लाट के आधार पर ही निकाला जा रहा है। वीरवार सुबह से शुरू की गई व्यवस्था के अनुसार सुबह 8 से 10 बजे मंडी से कुल्लू, 10 से 12 बजे कुल्लू से मंडी, दोपहर 12 से 2 बजे फिर मंडी से कुल्लू और 2 से 4 बजे कुल्लू से मंडी वाहनों को अनुमति दी जाएगी। शाम 4 से 6 बजे अंतिम स्लॉट मंडी से कुल्लू के लिए तय है।
पुलिस की अपील और हेल्पलाइन नंबर
पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि वे बिना जरूरी काम के सफर न करें और सड़क की स्थिति की जानकारी लेकर ही निकलें। इसके लिए कंट्रोल रूम नंबर 01905-223374, मोबाइल 8988484848 और आपातकालीन नंबर 1077 जारी किए गए हैं।
लोगों की उम्मीदें मौसम पर टिकीं
बरसात के मौसम में बार-बार अवरुद्ध हो रही कीरतपुर-मनाली फोरलेन ने यात्रियों, पर्यटकों और स्थानीय लोगों के धैर्य की कड़ी परीक्षा ले ली है। होटल व्यवसायी और दुकानदार भी ग्राहकों की कमी से परेशान हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि बहाली कार्य तेजी से जारी है, लेकिन लोगों की उम्मीदें अब मौसम पर टिकी हैं।
हाईवे पर फंसे लोग परेशान
हाईवे पर फंसे वाहनों में छोटे बच्चे, बुजुर्ग और बीमार लोग भी हैं। घंटों इंतजार और खाने-पीने की सुविधा न मिलने से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई। एक पर्यटक ने बताया कि “हम सुबह से गाड़ी में फंसे हैं, बच्चों को भूख लगी है और हमें समझ नहीं आ रहा क्या करें।”
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