कुल्लू दुष्कर्म मामला: राष्ट्रीय महिला आयोग ने मांगी हिमाचल सरकार से रिपोर्ट, पुलिस अधिकारी पर केस दबाने का आरोप
Kullu woman Assault Case राष्ट्रीय महिला आयोग ने कुल्लू बलात्कार मामले पर हिमाचल सरकार से रिपोर्ट तलब की है क्योंकि पीड़िता ने आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि पूर्व एसडीएम विकास शुक्ला उसे शादी का वादा करके मंदिर ले गए थे पर वहां पुजारी ने कसम लेने से मना कर दिया।

जागरण संवाददाता, मंडी। Kullu woman Assault Case, कुल्लू दुष्कर्म मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है। पीड़िता ने महिला आयोग से शिकायत की थी। आयोग के हरकत में आने से आरोपित कुल्लू के पूर्व एसडीएम रहे एचएएस अधिकारी विकास शुक्ला व उसके दो अन्य साथियों की मुश्किल आने वाले दिनों में बढ़ सकती है।
पीड़िता को शादी का भरोसा दिलाने के लिए विकास शुक्ला व उसका एक साथी कुल्लू के एक प्रसिद्ध मंदिर ले गया था। मंदिर में उस दिन कोई कारज चला हुआ था। पुजारी ने कारज के चलते कहा था कि यहां 16 से 17 दिन तक कोई कसम नहीं होगी। आप लोग आपस में मिलकर मामला निपटा लो। पुलिस को दी शिकायत में पीड़िता ने इस बात का उल्लेख भी किया है।
पुलिस अधिकारी पर मामले को दबाने का आरोप
वहीं, पीड़िता ने आरोप लगाया है कि पहले की तरह अब भी प्रदेश पुलिस का एक उच्च अधिकारी पूरे मामले को दबाने में लगा हुआ है। पहले एफआइआर दर्ज नहीं होने दी। अब आरोपितों को बचाने में लगा है। पीड़िता का कहना है कि पांच दिन बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी होना तो दूर उनसे पूछताछ तक नहीं हुई है।
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एएसआइ परमानंद ने नहीं करवाई थी पीड़िता की पुलिस अधीक्षक से बात
पीड़िता ने आरोप लगाया है 24 सितंबर 2024 को वह आरोपितों द्वारा की गई पिटाई से गंभीर घायल हो गई थी। वह कुल्लू थाना के एएसआइ परमानंद से उसे सरकारी अस्पताल ले जाने तथा पुलिस अधीक्षक से बात करवाने का आग्रह किया था,लेकिन उसकी बात अनसुनी कर दी गई। एएसआइ परमानंद पर अपनी मर्जी से बयान लिख पीड़िता का अंगूठा लगाने का आरोप भी लगा है। इस मामले में पूछताछ होना तय है।
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