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    Himachal Disaster: इस गांव की हालत देख भावुक हो गए BJP नेता जयराम ठाकुर, लोगों के पास सिर ढकने को छत भी नहीं बचा

    Updated: Tue, 08 Jul 2025 10:25 PM (IST)

    पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पखरैर पंचायत के देजी गांव का दौरा किया जहाँ बादल फटने से 11 लोग लापता हो गए थे। उन्होंने पीड़ितों को ढांढस बंधाया और गांव की भयावह स्थिति पर दुख व्यक्त किया। जयराम ठाकुर ने प्रशासन की धीमी प्रतिक्रिया पर चिंता जताई और राहत कार्यों को युद्धस्तर पर करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने थुनाग में अधिकारियों से मिलकर राहत कार्यों की समीक्षा की।

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    जयराम ठाकुर सराज हलके की आपदा प्रभावित पखरैर पंचायत के देजी गांव के लिए पगडंडी से होकर जाते हुए

    जागरण संवाददाता, मंडी। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर मंगलवार को पांच किलोमीटर पगडंडियों से चलकर पखरैर पंचायत के देजी गांव पहुंचे। 30 जून की रात यहां पर भी बादल फटा था। 11 लोग घरों सहित पानी के तेज बहाव में बह गए थे।

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    उनका आठ दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। गांव में पहुंचते ही पीड़ितों से मिलकर जयराम ठाकुर भावुक हो गए। उन्होंने पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया। यहां के ग्रामीण अब भी राहत की बाट जोह रहे हैं। स्थिति इतनी भयावह हैं कि न सड़कें बची हैं, न सुरक्षित रास्ते।

    जयराम ठाकुर ने गांव की स्थिति को दिल दहला देने वाले बताते हुए कहा कि एक ही गांव से 11 लोगों का लापता होना इस त्रासदी की भयावहता को दर्शाता है। यहां केवल लोगों के घर नहीं बहे हैं, बल्कि उनकी जमीनें भी बह गई हैं। ज्यादातर मकान मलबे में दब गए हैं।

    लोगों के पास सिर ढकने की जगह भी नहीं बची है। उन्होंने कहा कि इससे पहले जब भी वह देजी गांव आए थे तो यहां की सुंदरता व लोगों की मुस्कान मन मोह लेती थी। पर आज हर चेहरा दुख से भारी है, हर आंख नम है।

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    कई परिवारों ने न सिर्फ अपनी जिंदगी की कमाई, बल्कि अपने प्रियजनों को भी खो दिया है। ऐसा दर्द शब्दों में नहीं बयां किया जा सकता। उन्होंने प्रशासन की धीमी प्रतिक्रिया पर भी चिंता जताई। इतनी बड़ी त्रासदी के बाद भी अब तक प्रशासन के उच्चाधिकारी देजी गांव नहीं पहुंचे हैं। आठ दिन बीत जाने के बावजूद यहां फौरी राहत नहीं पहुंची है।

    यह अपने आप में बताता है कि आपदा कितनी बड़ी है व प्रशासनिक प्रयास कितने अपर्याप्त हैं। राहत, बचाव, पुनर्वास व पुनर्स्थापन के सभी कार्यों को युद्धस्तर पर करने की आवश्यकता है। देजी गांव के दौरे के बाद जयराम ठाकुर ने थुनाग में अधिकारियों से भेंट की व विभिन्न राहत प्रयासों की समीक्षा की। उन्होंने प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री भी वितरित की व आवश्यक दिशा-निर्देश अधिकारियों को दिए।

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