Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Mandi Cloudburst: छत पर खड़े होकर मदद मांगते रहे दो परिवार, देखते ही देखते बाढ़ में बह गई नौ जिंदगियां

    Updated: Tue, 01 Jul 2025 01:53 PM (IST)

    Himachal Mandi Cloudburst हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश जारी है मंडी जिला में गत रात हुई वर्षा से भारी नुकसान हुआ है। धर्मपुर उपमंडल के तहत आई बाढ़ में दो परिवार मदद की गुहार लगाते लगाते बाढ़ में बह गए जिनका अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।

    Hero Image
    मंडी जिला में गोहर क्षेत्र के स्यांज में आई बाढ़ बहे घर।

    हंसराज सैनी, मंडी। Himachal Mandi Cloudburst, मंडी जिले के गोहर उपमंडल की ज्यूणी व सकाेल खड्ड में आधी रात को आया (Flood) सैलाब स्यांज पंचायत के पंगलियूर वार्ड के झाबे राम व पदम सिंह के परिवार को मकान सहित बहा गए गया। दोनों परिवारों के नौ लोग घर की छत पर खड़े होकर मदद की गुहार लगाते रहे। आसपास के लोगों से मोबाइल पर संपर्क कर उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत करवाया। ग्रामीणों ने मदद के लिए हाथ भी बढ़ाया,लेकिन कुछ ही मिनटों में पानी अपने साथ सब कुछ बहा ले गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ग्रामीण अपनी बेबस आंखों से नौ लोगों को बहते देखते ही रह गए। झाबे राम के परिवार में कुल सात सदस्य थे। इसमें झाबे राम,उसकी पत्नी,मां,बहू-बेटा,पोता व पोती शामिल हैं। पदम सिंह व उसकी पत्नी भी पानी के तेज बहाव में बह गए हैं। प्रशासन ने एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की मदद से सर्च अभियान शुरू किया है।

    भारी वर्षा सर्च अभियान में बाधा

    ज्यूणी खड्ड पंडोह में आकर ब्यास नदी से मिली है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंडी सागर चंद्र पुलिस बल के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। गोहर पुलिस की टीम रात से राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई है। भारी वर्षा सर्च अभियान में बाधा बन रही है।

    मंडी जिले के स्यांज में आई बाढ़ में फंसे वाहन व जेसीबी मशीन। जागरण

    स्योठी गांव एक झटके में हुआ जमींदोज 

    वहीं धर्मपुर हलके की लौंगनी पंचायत का स्योठी गांव भी एक ही झटके में जमींदोज हो गया। गांव पहाड़ी पर बसा हुआ था। यहां आठ से दस घर व इतनी ही गौशाला थी। बादल फटने से पहाड़ी की चोटी पर भूस्खलन हुआ। मकान व गौशाला पूरी तरह से ध्वस्त हो गईं।

    ब्यास का तेज बहाव बहा ले गया पुल

    कांढापतन में ब्यास का तेज बहाव पुल बहा ले गया। धर्मपुर में पानी घुसने से भारी नुकसान हुआ है। यहां एचआरटीसी प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है। करीब 15 बसें रात को बस स्टैंड पर खड़ी रही। उन्हें सुरक्षित स्थानों पर खड़ा करना उचित नहीं समझा। न ही रात को कोई आपात सायरन बजा।

    यह भी पढ़ें: कीरतपुर-मनाली फोरलेन समेत 261 सड़कें बंद, 1708 ट्रासंफार्मर खराब; हिमाचल के मंडी में बादल फटने से हाहाकार