प्रोफेशनल को AI के गुर सिखाएगा IIT मंडी, ऑनलाइन और कैंपस में दिया जाएगा प्रशिक्षण; फीस की तय
आईआईटी मंडी ने पेशेवरों के लिए 23 घंटे का एआई प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें कोडिंग अनुभव की आवश्यकता नहीं है। यह कार्यक्रम डॉक्टरों, वकीलों, और बिजनेस लीडर्स को एआई एजेंट बनने का अवसर देगा। प्रशिक्षण में ऑनलाइन और कैंपस सत्र शामिल हैं, जिसका उद्देश्य एआई के उपयोग को व्यावसायिक निर्णयों में बढ़ाना है। पांच वर्ष के अनुभव वाले पेशेवर आवेदन कर सकते हैं।

आईआईटी मंडी में एआई पर कोर्स शुरू किया गया है। प्रतीकात्मक फोटो
हंसराज सैनी, मंडी। डाक्टर, वकील, बिजनेस लीडर या एचआर मैनेजर अब बिना एक भी लाइन कोड लिखे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) का इस्तेमाल अपने काम में कर सकते हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) मंडी ने देश के प्रोफेशनल के लिए 23 घंटे का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है जो उन्हें एआइ एजेंट बनने का मौका देगा।वह भी बिना किसी तकनीकी पृष्ठभूमि के।
एआइ आज हर क्षेत्र में तेजी से बदलाव ला रही है। अस्पतालों में मरीजों की देखभाल से लेकर मार्केटिंग के निर्णयों व न्यायालयों के डेटा एनालिसिस से लेकर बैंकिंग के जोखिम आकलन तक में इसका उपयोग हो रहा है।
आइआइटी मंडी का यह नया कार्यक्रम उन प्रोफेशनल के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है जो तकनीक के साथ कदम मिलाकर आगे बढ़ना चाहते हैं। 23 घंटे में आठ घंटे आनलाइन और 15 घंटे कैंपस प्रशिक्षण रहेगा। इसका शुल्क 49,999 रुपये तय किया गया है। इसमें प्रशिक्षण, कैंपस में रहने और खाने का खर्च भी शामिल है।
इनके लिए तैयार किया कोर्स
आइआइटी मंडी का यह कोर्स उन लोगों के लिए तैयार किया गया है जिन्हें कंप्यूटर प्रोग्रामिंग का कोई अनुभव नहीं है। प्रतिभागी सीखेंगे कि एआइ कैसे काम करता है, डेटा को कैसे समझता है और व्यावसायिक निर्णयों को कैसे अधिक सटीक बनाता है। इसका फोकस यह नहीं है कि आप कोड लिखें बल्कि यह है कि आप समझें कि एआइ आपके काम को कैसे आसान बना सकता है।
पांच वर्ष के अनुभव वाले ही हो सकेंगे शामिल
इस कोर्स में वही पेशेवर शामिल हो सकते हैं जिनके पास कम से कम पांच वर्ष का कार्य अनुभव है और जो एआइ टूल के जरिए अपने क्षेत्र में बदलाव लाना चाहते हैं। उन्हें एआइ की बुनियादी समझ के साथ यह भी सिखाया जाएगा कि कैसे मशीन लर्निंग, डेटा एनालिसिस और आटोमेशन को असली व्यावसायिक समस्याओं में लागू किया जा सकता है। आइआइटी मंडी का इनोवेशन हब यानी नवाचार का केंद्र (आइहब) और नैजेंट एआइ प्रशिक्षुओं को संयुक्त प्रमाण जारी करेगा।
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ये कर सकते हैं आवेदन
- मार्केटिंग, वित्त, स्वास्थ्य, कानूनी, सप्लाई चेन और एचआर के लीडर्स जो डेटा-आधारित निर्णयों को स्मार्ट बनाना चाहते हैं।
- प्रोडक्ट मैनेजर्स और बिजनेस एनालिस्ट्स जो अपने उत्पादों में एआइ फीचर्स जोड़ना चाहते हैं।
- उद्यमी और कंसल्टेंट्स जो अपने व्यवसाय को एआई से आगे बढ़ाना चाहते हैं।
- कारपोरेट इनोवेशन टीमें जो संगठनों में एआइ लागू करने के लिए जिम्मेदार हैं।
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