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    हिमाचल बिजली बोर्ड कर्मचारियों के मेडिकल बिल एक सप्ताह में होंगे क्लीयर, पुरानी पेंशन स्कीम पर भी CM ने दिया बयान

    By Rohit Nagpal Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Wed, 15 Oct 2025 05:51 PM (IST)

    मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन के अधिवेशन में पुरानी पेंशन योजना पर विचार करने की बात कही। उन्होंने बिजली बोर्ड में सुधार की आवश्यकता बताई और ऊहल प्रोजेक्ट के खर्च पर चिंता जताई। कर्मचारियों को वित्तीय लाभ देने के लिए 2200 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।

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    हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू। जागरण आर्काइव

    जागरण संवाददाता, शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को पीटरहाफ में राज्य बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन के दो दिवसीय आम अधिवेशन का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड के कर्मचारियों की यूनियन के पदाधिकारियों के साथ चर्चा के बाद पुरानी पेंशन योजना देने पर आने वाले समय में विचार किया जाएगा। 

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    बिजली बोर्ड में सुधार करने की आवश्यकता है। कर्मचारियों के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है।

    ऊहल प्रोजेक्ट से बिजली उत्पादन खर्च आ रहा 27 रुपये प्रति यूनिट

    ऊहल प्रोजेक्ट से बिजली उत्पादन का खर्च 27 रुपये प्रति यूनिट आ रहा है, जिसके लिए बोर्ड के बड़े अधिकारी जिम्मेदार हैं। बिजली बोर्ड में कर्मचारियों का खर्च प्रति यूनिट 2.50 रुपये है, बोर्ड में अधिकारियों की बहुत अधिक संख्या है। छोटे कर्मचारियों को उनके वित्तीय लाभ नहीं मिल पा रहे। 

    बिजली बोर्ड कर्मचारियों के लिए 2200 करोड़ जारी

    बिजली बोर्ड में कर्मचारियों को उनके वित्तीय लाभ देने के लिए 2200 करोड़ रुपये जारी किए हैं। वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल में 2023 से सितंबर 2025 तक कंपनी ने पेंशनधारकों को ग्रेच्युटी, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, अवकाश नकदीकरण और पेंशन बकाया के रूप में कुल 662.81 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। इसी वर्ष के अंत तक 70 करोड़ का भुगतान और किया जाएगा।  

    कर्मचारियों के मेडिकल बिल एक सप्ताह में होंगे क्लीयर  

    सभी कर्मचारियों के लिए चिकित्सा प्रतिपूर्ति के भुगतान को केंद्रित कर दिया गया है। इसे साप्ताहिक आधार पर किया जा रहा है, जिसमें कोई लंबित राशि नहीं है। बोर्ड को अपने आउटसोर्स कर्मचारियों की किसी हादसे में घायल होने पर मुआवजा नीति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बोर्ड की रुकी हुई पदोन्नतियां भी तुरंत प्रभाव से की जाएंगी।  

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    ये रहे मौजूद

    इस दौरान विधायक संजय अवस्थी, हरीश जनारथा, रणजीत सिंह, कांग्रेस नेता सुरेंद्र मनकोटिया, बिजली बोर्ड के चेयरमैन प्रबोध सक्सेना, प्रबंध निदेशक आदित्य नेगी, ऑल इंजीनियर्स यूनियन के अध्यक्ष लोकेश ठाकुर, महासचिव हीरा लाल वर्मा, एचपीएसईबीएल कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष कामेश्वर दत्त शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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