Mandi Flood: आपदा के 17 दिन बाद भी बिजली नहीं हुई बहाल, मोबाइल चार्ज करने 5 KM चलकर थुनाग पहुंचे लोग तो लगा झटका
Mandi Flood सराज विधानसभा क्षेत्र में आपदा के बाद भी बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। 79 ट्रांसफार्मर बंद होने से कई गांव अंधेरे में डूबे हैं। लोग मोबाइल चार्ज करने के लिए मीलों पैदल चलने को मजबूर हैं। थुनाग बाजार में भी बिजली की समस्या बनी हुई है जिससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है। अधिकारी बिजली बहाल करने के कार्य में जुटे हैं।

संवाद सहयोगी, थुनाग। Mandi Flood, सराज विधानसभा क्षेत्र में आपदा के बाद स्थिति सुधरने में अभी और समय लगेगा, अभी 79 विद्युत ट्रांसफार्मर बंद हैं। ऐसे में अब लोग आपदा के डर से पांच से सात किलोमीटर तक पैदल चलकर थुनाग बाजार में मोबाइल रिचार्ज करने पहुंचे रहे हैं। ताकि बारिश में अपनों से संपर्क बना रहे, लेकिन थुनाग बाजार में भी बिजली नहीं थे, जो दो घंटे बाद आई।
30 जून की रात के बाद लगभग चार दिनों तक सराज के लोगों का कोई संपर्क किसी से नहीं हो रहा था। यहां अधिकतर बिजली के ट्रांसफार्मर बंद हो गए थे, हालांकि बोर्ड ने इनको ठीक करने की कार्रवाई जारी रखी है लेकिन अभी भी कई गांवों तक व्यवस्था नहीं बन पाई है।
79 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं घाटी में
घाटी में 79 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं, इस कारण सैकड़ों गांव अंधेरे में डूबे हैं। जंजैहली में तो बिजली पहुंच गई है लेकिन उसके आसपास के गांव आज भी अंधेरे में हैं। सबसे अधिक प्रभावित पखरैर पंचायत से नूप सिंह, ताेजेंद्र पाल, ओम प्रकाश, राधा देवी, गोपाल सिंह, तारा देवी करीब 11 लोग थुनाग केवल मोबाइल चार्ज करने के लिए पहुंचे, ताकि कुछ तो तो सूचना दे सकें।
15 महिलाओं के मोबाइल लेकर चार्ज करने आई थी वार्ड सदस्य
वार्ड सदस्य वीरेंद्र ठाकुर ने कहा कि मनरेगा में काम कर रही 15 महिलाओं ने भी अपने फोन मेरे पास चार्जिंग के लिए दिए थे, जो थुनाग बाजार आकर चार्ज किए। लेकिन बुधवार को बिजली न होने के कारण तीन बजे तक मोबाइल चार्ज करने के लिए इंतजार किया।
क्या कहते हैं अधिकारी
अधिशाषी अभियंता सुमित ने बताया कि गांवों में बिजली बहाल करने का कार्य जारी है। उधर कनिष्ठ अभियंता ने कहा कि तकनीकी खराबी के कारण थुनाग में बिजली नहीं थी, जिसे ठीक कर दियार गया है।
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