Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Mandi CloudBurst: सराज पहुंचे जयराम ठाकुर बोले- कई गांव हो गए तबाह पर नहीं पहुंचे प्रशासन और मदद

    Updated: Wed, 02 Jul 2025 06:24 PM (IST)

    Mandi Cloudburst पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी के सराज क्षेत्र में आई आपदा को बड़ी त्रासदी बताया। उन्होंने कुकलाह और बगस्याड़ का दौरा कर राहत कार्य तेज़ करने की मांग की। ठाकुर ने केंद्र सरकार से एनडीआरएफ और हेलिकाप्टर सहायता मांगी जिसपर तुरंत कार्रवाई हुई। उन्होंने लापता लोगों को ढूंढने के निर्देश दिए।

    Hero Image
    मंडी के सराज में आपदाग्रस्त क्षेत्र का दौरा करते पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर। जागरण

    जागरण संवाददाता, मंडी। Mandi Cloudburst, पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सराज क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा को अब तक की सबसे बड़ी त्रासदी बताया है। बुधवार को उन्होंने बाढ़ प्रभावित कुकलाह, बगस्याड़ और आसपास के क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया और केंद्र व राज्य सरकार से राहत व बचाव कार्यों में तीव्रता लाने की अपील की। उन्होंने कहा कि आपदा से सराज क्षेत्र के कई गांव पूरी तरह तबाह हो चुके हैं और प्रशासन अब तक कई क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पाया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    25 से अधिक छोटे-बड़े पुल क्षतिगस्त

    जयराम ठाकुर ने कहा कि कुकलाह और बाखली पुल पूरी तरह बह चुके हैं और क्षेत्र में एकमात्र आवागमन का साधन रोपवे ही बचा है। उन्होंने प्रशासन से इसे चौबीस घंटे रियायती दरों पर चालू रखने और राशन सामग्री समेत ज़रूरी सामान ले जाने की अनुमति देने की मांग की। उन्होंने कहा कि डेज़ी गांव से 11, थुनाग से पांच और पांडवशीला से दो लोग लापता हैं। थुनाग क्षेत्र में 150 से अधिक घर पूरी तरह और इतने ही आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जबकि पूरे क्षेत्र में 25 से अधिक छोटे-बड़े पुल बह चुके हैं।

    मंडी के सराज में बादल फटने से हुई तबाही। जागरण

    एनडीआरएफ कमांडर को लापता लोगों को तलाशने के निर्देश दिए

    नेता प्रतिपक्ष ने केंद्र सरकार से एनडीआरएफ और हेलिकाप्टर सहायता की मांग की थी, जिस पर गृह मंत्रालय ने तुरंत कार्रवाई करते हुए राहत दल भेज दिए। उन्होंने एनडीआरएफ कमांडेंट से बात कर लापता लोगों को तलाशने के लिए युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए

    कुकलाह के नौ परिवार टूटे घरों में बैठे

    कुकलाह गांव में 9 परिवारों ने बताया कि उन्होंने अपनी आंखों के सामने अपने घर, दुकानें और जीवनभर की कमाई को बहते देखा। कुछ लोग अब भी टूटे घरों के पास मदद की आस लगाए बैठे हैं। शरण पंचायत के प्रधान ऋषभ और ज़िला परिषद सदस्य रजनी ठाकुर ने बताया कि भूस्खलन और बाढ़ ने सेब बागीचों, मकानों और जमीनों को नष्ट कर दिया है। महिलाएं और बच्चे रातभर कीचड़ में फंसे रहे, जिन्हें सुबह बड़ी मशक्कत से बाहर निकाला गया।

    सराज में आपदाग्रस्त क्षेत्र में लोगों से बात करते जयराम ठाकुर। जागरण 

    उपप्रधान बोले, अभी टेंट तक नहीं मिला

    सरोआ पंचायत के उपप्रधान देवेंद्र राणा ने कहा कि अब तक सिर्फ पटवारी मौके पर आया है, कोई राहत या टेंट नहीं मिला है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि बेघर हुए लोगों को तुरंत सुरक्षित जगह पर शरण दिलाई जाए। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष निहाल चंद शर्मा भी जयराम ठाकुर के साथ उपस्थित रहे।

    यह भी पढ़ें: Mandi Cloud Burst: आधी रात उमा ने भाई को वीडियो काल कर मांगी थी मदद, आंखों के सामने बाढ़ में बह गया परिवार