Mandi Cloudburst: गंदर्भ जंगल और जेल रोड के नाले में बादल फटने से मची तबाही, 200 वाहनों को बहा ले गई बाढ़, तीन की मौत
Mandi Cloudburst मंडी जिले में बादल फटने से भारी तबाही मची है। गंदर्भ जंगल में बादल फटने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई जबकि 200 से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। जेल रोड और सैण क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। लोगों ने भागकर जान बचाई। मनाली-कीरतपुर फोरलेन 15 घंटे बाद बहाल हुआ।

जागरण संवाददाता, मंडी। Mandi Cloudburst, जिला मंडी में मंगलवार सुबह एक बार फिर बादल फटने के कारण तबाही मची। सबसे ज्यादा नुकसान जेल रोड, जोनल अस्पताल मार्ग और सैंण क्षेत्र में हुआ है। मलबे की चपेट में आने के कारण पूर्व पार्षद के बेटा, बहु और पोते की मौत हो गई और एक बेटा घायल हो गया। लगभग 200 से अधिक वाहन मलबे की चपेट में आने के कारण क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
सुबह ढाई से तीन बजे के करीब आसमान से तेज बारिश आरंभ हुई। गंदर्भ जंगल में जोनल अस्पताल के ऊपर की ओर पहाड़ पर बादल फटने के बाद भारी मात्रा में मलबा और पानी सैण मोहल्ला और पैलेस कालोनी की ओर आया। वहीं जेल रोड के नाले पर फटा बादल सीधे नाले में आया।
लोगों ने भागकर बचाई जान
मलबा इतना अधिक था कि लोगों के घराें में पानी घुस गया। लोगों ने भागकर जान बचाई। नाले का रुख बिल्कबुल मुड़ गया और गलियों में खड़े चार व दोपहिया वाहन इसकी चपेट में आए। मलबा सीधा मंडी-रिवालसर मार्ग पर आया।
जेल रोड से पूरे शहर में आया मलबा
वहीं दूसरी और जेल रोड में तेज वर्षा के बाद मंडी शहर के प्रमुख क्षेत्रों में मलबे का सैलाब उमड़ पड़ा। जेल रोड में और जोनल अस्पताल वाले मार्ग में मलबा आ गया। सैंण क्षेत्र में घरों के पास तक मलबा पहुंच गया, जिससे लोग घर छोड़कर भागने को मजबूर हुए।
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मनाली-कीरतपुर 15 घंटे बाद बहाल
वहीं विक्टोरिया पुल व बिहांडी नाली के पास बंद हुआ पठानकोट-मंडी 10 घंटे और चार मील व जोगणी नाला के पास बंद हुआ मनाली-कीरतपुर फोरलेन 15 घंटे बाद बहाल हुए।

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