37 घंटों से चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर फंसे लोगों ने ली राहत की सांस, यातायात बहाल पर इन जगह बरतनी होगी सावधानी
Manali Chandigarh Highway हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे भूस्खलन से 37 घंटे बाद बहाल हो गया। मंडी के पास दवाड़ा में चट्टानें गिरने से हाईवे बंद था। चट्टानों को तोड़ने के बाद दोपहर 1 बजे हाईवे यातायात के लिए खुल गया जिससे फंसे हुए लोगों ने राहत की सांस ली।

विशाल वर्मा, पंडोह (मंडी)। Manali Chandigarh Highway, हिमाचल प्रदेश भारी बारिश के कारण हो रहे भूस्खलन से बंद चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे मंगलवार दोहपर एक बजे 37 घंटों के लंबे इंतजार के बाद यातायात के लिए बहाल हो गया। बता दें कि रविवार रात को भारी बारिश के कारण यह हाईवे मंडी से लेकर औट तक विभिन्न स्थानों पर लैंडस्लाइड के कारण बंद हो गया था।
सोमवार को भी बारिश का दौर जारी रहा और इस दौरान दवाड़ा फ्लाईओवर के पास पहाड़ी से बड़ी-बड़ी चट्टानें हाईवे पर आ गिरी। बाकी स्थानों पर तो मलबा पिछले कल ही हटा दिया गया था लेकिन दवाड़ा, झलोगी और शनि मंदिर के पास इसे हटाने का कार्य आज सुबह शुरू किया गया।
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ब्रेकर की मदद से तोड़ी गईं चट्टानें
दवाड़ा के पास गिरी चट्टानों को ब्लास्टिंग के कारण तोड़ना संभव नहीं था, इसलिए ब्रेकर की मदद से इन्हें तोड़ने का कार्य शुरू हुआ। दोहपर करीब एक बजे सभी चट्टानों को तोड़कर यहां हाईवे को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया।
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वाया कमांद मार्ग से छोटे वाहन ही जा पा रहे थे
37 घंटों से फंसे पर्यटकों, सब्जी और फल लेकर जा रहे चालकों व अन्य लोगों ने राहत की सांस ली और अपने गंतव्यों की तरफ रवानगी की। बता दें कि प्रशासन वैकल्पिक तौर पर मंडी से वाया कमांद-कटौला सड़क को छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए सुचारू रखा था, लेकिन बड़े वाहन हाईवे पर ही रोक दिए गए थे।
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सावधानी बरतने की अपील
एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने हाईवे के यातायात के लिए बहाल होने की पुष्टि की है। उन्होंने लोगों से बरसात के इस मौसम में हाईवे पर सावधानीपूर्वक सफर करने की अपील की है। चार मील व नौ मील में अभी भी भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। इसके अलावा अन्य प्वाइंट पर भी सफर खतरे से खाली नहीं है। वाहन चालकों को सावधानी बरतते हुए ही सफर करना होगा।
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