Himachal Landslide: हिमाचल में एक और गांव पर खतरा, कोटला में छह घर ध्वस्त व 15 परिवार शिफ्ट किए
Himachal Pradesh Landslide हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के कोटला गांव में भारी बारिश और ब्यास नदी के कटाव के कारण भूस्खलन हुआ है जिससे छह घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लगभग 15 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति का जायजा लिया है और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

संवाद सहयोगी, जोगिंद्रनगर (मंडी)। Himachal Pradesh Landslide, हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में लगातार आपदा की मार पड़ रही है। उपमंडल में लगातार हो रही भारी बरसात और ब्यास नदी के कटाव के कारण लांगणा पंचायत का कोटला गांव भी बड़े भूस्खलन की जद में आ गया है।
अभी तक करीब 06 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लैंडस्लाइड से करीब 15 घरों और गोशालाओं पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। आपदा से प्रभावित यह सभी परिवार असुरक्षा की स्थिति में अन्य रिश्तेदारों के यहां शरण लेकर रह रहे हैं।
ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से कोटला गांव का रिहायशी इलाका खतरे की जद में आ गया है। भूमि कटाव से मकानों की नींव में आई दरारें गहरी होने से आसपास के लोगों में दहशत का महोल है। वीरवार को स्थानीय प्रशासन की टीम ने कोटला गांव में आपदा से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण फिर से किया है। नायब तहसीलदार विनय राशपा ने कोटला गांव में भूस्खलन से बिगड़े हालात का जायजा लेकर रिपोर्ट स्थानीय प्रशासन को सौंपी है।
15 परिवार शिफ्ट किए
पंचायत प्रधान चंद्रमणि ने बताया कि बीते कुछ दिनों से कोटला गांव में भूस्खलन से गहरी होती जा रही दरारों को देखते हुए करीब 15 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की नौबत आ गई है। छह घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
विधायक व कांग्रेस नेता पहुंचे गांव में
वीरवार को विधायक प्रकाश राणा, कांग्रेस नेता जीवन ठाकुर ने कोटला गांव में आपदा से प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। प्रभावित लोगों से मुलाकात कर हालात की जानकारी ली और प्रशासन को निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए तथा आवश्यक राहत सामग्री मुहैया करवाई जाए।
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लांगणा पंचायत के कोटला गांव में आपदा से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रख स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट होने का आह्वान किया है। इनके पुर्नस्थान के लिए भी आवाश्यक कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
-डॉ. मुकुल अनिल शर्मा, तहसीलदार, जोगिंद्रनगर।
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