Move to Jagran APP

यहां मशालें लेकर भगाई गयी बुरी शक्तियां, सैकड़ों लोग बने गवाह

Fagli festival हिमाचल के मंडी और कुल्‍लू में आगामी तीन माह तक चलने वाले फागली उत्‍सव का आगाज हो गया है इसमें ग्रामीण मशालों और अश्लील गालियां देकर बुरी शक्तियों को भगाते हैं।

By Babita kashyapEdited By: Published: Sat, 28 Dec 2019 09:46 AM (IST)Updated: Sat, 28 Dec 2019 09:46 AM (IST)
यहां मशालें लेकर भगाई गयी बुरी शक्तियां, सैकड़ों लोग बने गवाह
यहां मशालें लेकर भगाई गयी बुरी शक्तियां, सैकड़ों लोग बने गवाह

मंडी, फरेंद्र ठाकुर। जिले के सराजघाटी में आग की मशालों और ढोल-नगाड़ों की थाप पर फागली उत्सव का भव्य आगाज हो गया है। ये उत्सव मंडी और कुल्लू जिले में आगामी तीन माह तक मनाया जाएगा। इस फागली उत्सव में ग्रामीण अश्लील गालियां देकर बुरी शक्तियों को भगाते हैं। यह परंपरा देव आज्ञा अनुसार इन दोनों जिलों में सदियों से चली आ रही है, जिसका लोग आज भी निर्वहन कर रहे हैं। बालीचौकी के देवाधार में लोगों ने धूमधाम से उत्सव मनाया।

loksabha election banner

आज भी संजोयी जा रही है पुरानी परंपरा

कुल्लू और मंडी जिलों से आए सैकड़ों लोग ऐतिहासिक पलों का गवाह बने। यह उत्सव देर रात तक चला। ग्रामीणों ने अग्निकुंड के चारों ओर एक भव्य नाटी भी डाली। राही, बेहड़, धार, परखोल, सुधराणी, बशुंघी, खलाओं, थाची, पंजाई, सोमगाड़, खणी, नौणा, कोटला, चकुरठा, फगवाना सहित अन्य गांवों में इस उत्सव की धूम रही। देवता के गूर भाग सिंह अनुसार यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। ग्रामीण देव आज्ञा अनुसार इस प्राचीन परंपरा को आज भी संजोए हुए हैं।

डॉक्टर की कमी से जूझ रहा है ये प्रदेश, त्वरित कदम उठाने की है जरूरत

दस अवतारों की लीलाओं का प्रतीक

फागली उत्सव वास्तव में विष्णु नारायण भगवान की पौष माह के अंतिम सप्ताह में स्वर्गलोक की यात्रा और मकर संक्रांति की पूर्व संध्या को भूलोक पर वापसी के बाद उनके पहले धार्मिक अवतार समारोह के रूप में मनाया जाता है। फागली उत्सव विष्णु-नारायण भगवान के दस अवतारों की लीलाओं का प्रतीक है। उत्सव में देवता के गणों ने परंपरागत तरीके से ढोल, नगाड़े, करनाह्ली, शहनाई, डफला, भाणा, कांसा और काहुली की कलरव ध्वनि के साथ धूमधाम से गाए और देवता विष्णु-नारायण की पालकी के साथ देवक्रीड़ा में भाग लिया। सराजघाटी के रंजीत शर्मा, केहर सिंह, ओम प्रकाश, योग राज, आलम चंद, सुनील शर्मा, पुनीत कुमार, गुमान सिंह आदि देवलुओं का कहना है कि फागली उत्सव में विष्णु नारायण भगवान द्वारा रचाई गई लीलाओं का गुणगान 18 लोक गीतों के माध्यम से किया जाता है। 

 शिमला आने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी, 31 दिसंबर को खुलेंगे प्रतिबंधित मार्ग

Himachal Weather Update: ठंड का कहर जारी, 31 दिसंबर से फिर बर्फबारी की चेतावनी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.