Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'CM सुक्खू 48 घंटे में भूले वीरभद्र की सीख', जयराम ठाकुर का तंज, क्या एचआरटीसी का प्रबंध सही हाथों में नहीं?

    By Rajesh SharmaEdited By: Rajesh Sharma
    Updated: Wed, 15 Oct 2025 06:06 PM (IST)

    नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर वीरभद्र सिंह की सीख को 48 घंटे में भूलने का आरोप लगाया है। उन्होंने एचआरटीसी के प्रबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या इसका प्रबंध सही हाथों में नहीं है? ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकार एचआरटीसी को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है और उसे वीरभद्र सिंह की सीख याद रखनी चाहिए।

    Hero Image

    सराज विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान अस्थायी पुल से गुजरते नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर। जागरण

    जागरण संवाददाता, मंडी। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार द्वारा 28 स्कूलों का दर्जा घटाने पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने महज 48 घंटे पहले स्व. वीरभद्र सिंह की प्रतिमा अनावरण समारोह में कहा था कि वीरभद्र सिंह ने एक बच्चे के लिए भी स्कूल खोला था, लेकिन अब उन्हीं की सरकार स्कूलों पर ताले लगा रही है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि यह निर्णय शिक्षा व्यवस्था पर सीधा हमला है। सरकार को छात्रों की घटती संख्या की चिंता करनी चाहिए, न कि स्कूल बंद करने की होड़ लगानी चाहिए। 

    1038 दिनों में 1448 स्कूल बंद किए

    उन्होंने तंज कसा कि सुक्खू सरकार ने शासन के 1038 दिनों में 1448 स्कूल बंद कर, हर दो दिन में तीन स्कूलों पर ताला लगाने का रिकॉर्ड बनाया है। यह केवल शिक्षा संस्थान नहीं, बल्कि बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ है। नीतियों की वजह से प्रदेश तीन साल में ही 30 साल पीछे चला गया है। 

    सरकार का काम फ्रेंड्स वेलफेयर स्टेट बनाना नहीं होता

    जयराम ठाकुर ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सरकार का काम सोशल वेलफेयर स्टेट बनाना होता है, न कि फ्रेंड्स वेलफेयर स्टेट। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पहले स्कूलों से अध्यापकों को हटाती है ताकि अफरा-तफरी का माहौल बने और अभिभावक बच्चों का दाखिला न करवाएं। इसके बाद कम छात्र संख्या का हवाला देकर स्कूल बंद कर दिए जाते हैं। उन्होंने इसे एक आपराधिक साजिश करार दिया। 

    क्या एचआरटीसी का प्रबंध सही हाथों में नहीं

    एचआरटीसी के मुद्दे पर भी जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या मुख्यमंत्री के हिसाब से एचआरटीसी का प्रबंध सही हाथों में नहीं है? मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच आपसी तालमेल की कमी के कारण सरकार अस्थिर दिख रही है और इसका खामियाजा जनता भुगत रही है। 

    यह भी पढ़ें: हिमाचल में 28 सरकारी स्कूलों का घटाया दर्जा, शिमला का आंकड़ा सबसे ज्यादा, ढाई साल में 1353 संस्थान हुए बंद व मर्ज

    15000 से अधिक लोगों से रोजगार छीना

    नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि झूठ बोलने में रिकॉर्ड बनाने वाली सरकार अब रोजगार छीनने में भी अव्वल है। अब तक 15,000 से अधिक लोगों से रोजगार छीना जा चुका है, यानी हर दिन 15 लोगों से नौकरी छीनी गई। इससे पहले जयराम ठाकुर ने सराज क्षेत्र के बगस्याड़ में तीनों मंडलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। 

    बैठक में संगठन को और सशक्त व गतिशील बनाने के लिए आगामी कार्यक्रमों और जनसंपर्क अभियानों पर चर्चा हुई। उन्होंने कार्यकर्ताओं से प्रधानमंत्री मोदी के सेवा, संगठन और सुशासन के संकल्प को धरातल पर साकार करने का आह्वान किया।

    यह भी पढ़ें: हिमाचल प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों की हैप्पी दिवाली, CM का 3 प्रतिशत DA देने का एलान, त्योहार से पहले मिलेगा एरियर