Himachal News: टांडा में पहली रोबोटिक सर्जरी, किडनी के कैंसर से पीड़ित महिला का 6 के बजाय 2 घंटे में सफल आपरेशन
Robotic Surgery In Tanda कांगड़ा के टांडा मेडिकल कॉलेज में यूरोलॉजी विभाग ने पहली रोबोटिक सर्जरी सफलतापूर्वक की। चंबा की 43 वर्षीय रंजना नामक किडनी कैंसर मरीज का ऑपरेशन किया गया। रोबोटिक तकनीक से ट्यूमर निकालकर किडनी को बचाया गया। फोर्टिस अस्पताल के विशेषज्ञ डा. धर्मेंद्र अग्रवाल ने मार्गदर्शन किया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू वर्चुअली जुड़े और स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल टांडा मेडिकल कॉलेज में उपस्थित रहे।

जागरण संवाददाता, टांडा (कांगड़ा)। Robotic Surgery In Tanda, डा. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा के यूरोलाजी विभाग के विशेषज्ञों ने शुक्रवार को पहली रोबोटिक सर्जरी की। यह सफल सर्जरी किडनी के कैंसर से पीड़ित 43 वर्षीय रंजना की हुई, जो चंबा शहर की रहने वाली हैं। खास बात यह रही कि रोबोटिक तकनीक की मदद से ट्यूमर को निकालकर किडनी बचा ली गई, अन्यथा सामान्य आपरेशन होता तो किडनी को बचाना असंभव था।
यूरोलाजी विशेषज्ञ डा. अंगेश ने बताया कि महिला की बायीं किडनी में कैंसरजन्य ट्यूमर था। यह किडनी के लगभग एक-तिहाई हिस्से को घेर चुका था, परंतु रोबोटिक तकनीक की मदद से केवल ट्यूमर को हटाकर किडनी को सुरक्षित रखा गया। इस प्रक्रिया में फोर्टिस अस्पताल मोहाली के वरिष्ठ विशेषज्ञ डा. धर्मेंद्र अग्रवाल का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। वह अब तक 800 से अधिक रोबोटिक सर्जरी कर चुके हैं। इस जटिल सर्जरी को यूरोलाजी विशेषज्ञ डा. कुलभूषण व डा. अंगेश की टीम ने किया।
छोटे चीरे लगाने से रक्त हानि होती है कम
विशेषज्ञों के अनुसार रोबोटिक सर्जरी में छोटे चीरे लगते हैं, जिससे रक्तहानि कम होती है। मरीज दो दिन में स्वस्थ होकर घर लौट सकता है। यह तकनीक जटिल कैंसर रोगों के इलाज में भी काफी कारगर सिद्ध हो रही है। प्रदेश में जटिल कैंसर और गंभीर बीमारियों के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसे में यह नई सुविधा चिकित्सा के क्षेत्र में वरदान साबित हो सकती है।
आठ जिलों के लोग टांडा पर निर्भर
टांडा मेडिकल कालेज पर विशेषज्ञ स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए प्रदेश के आठ जिलों कांगड़ा, चंबा, मंडी, कुल्लू, लाहुल स्पीति, हमीरपुर, ऊना व बिलासपुर जिला के कुछ क्षेत्रों के लोग निर्भर हैं।
शिमला में भी रोबोटिक सर्जरी शुरू
हाल में शिमला के चमियाणा स्थित सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में प्रदेश की रोबोटिक सर्जरी की गई थी। अब तक इस अत्याधुनिक सर्जरी की सुविधा केवल चंडीगढ़, दिल्ली जैसे बड़े शहरों तक सीमित थी।
निजी अस्पताल में पांच लाख तक आता है खर्च
निजी अस्पताल में इसका खर्च निजी चार से पांच लाख रुपये आता जबकि टांडा में यह सर्जरी हिमकेयर योजना के तहत हुई क्योंकि अभी रोबोटिक सर्जरी के शुल्क तय नहीं हुए हैं।
छह के बजाय दो घंटे में ऑपरेशन
छह से सात सर्जरी अभी और होनी हैं। आने वाले दिनों में स्त्रीरोग और सर्जरी विभाग भी करेंगे। सामान्य सर्जरी में चार से छह घंटे लगते हैं जबकि रोबोटिक में दो घंटे लगे।
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वर्चुअली जुड़े मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू
इस विशेष मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू चंडीगढ़ हवाई अड्डे से वर्चुअली जुड़े। उन्होंने रोबोटिक सर्जरी कार्यक्रम का विधिवत आरंभ किया। मुख्यमंत्री का टांडा आने का कार्यक्रम था, लेकिन प्रतिकूल मौसम के कारण वह नहीं पहुंच पाए। स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल टांडा मेडिकल कालेज में उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि चमियाणा के बाद कांगड़ा में इस सुविधा के आरंभ होने से उन्हें बहुत संतुष्टि मिली है।
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