PM Modi In Himachal: जानिए क्या है रणसिंघा, जिसे फूंक कर मोदी ने किया हिमाचल में विजयी का शंखनाद
PM Modi Himachal Visit प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिलासपुर के लुहणू मैदान में रणसिंघा फूंक कर चुनावी विजयी का शंखनाद कर दिया। मोदी ने संबोधन में भी कहा कि विजयादशमी पर रणसिंघा फूंकने का मौका मिला है अब तो विजीय निश्चित है।
बिलासपुर/मंडी, जागरण टीम। PM Modi Himachal Visit, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिलासपुर के लुहणू मैदान में रणसिंघा फूंक कर चुनावी विजयी का शंखनाद कर दिया। मोदी ने संबोधन में भी कहा कि विजयादशमी पर रणसिंघा फूंकने का मौका मिला है अब तो विजीय निश्चित है। रणसिंघा एक पारंपरिक वायु वाद्य यंत्र है। वर्तमान में इसका प्रयोग सामाजिक व धार्मिक समारोह के शुभारंभ पर होता है। यह देवी-देवताओं का मुख्य वाद्य यंत्र है। रियासतकाल के समय में इसका प्रयोग युद्ध क्षेत्र में रणभेरी के लिए होता था। चुनाव चाहे बड़ा हो या फिर छोटा राजनीतिक दलों के लिए किसी युद्ध से कम नहीं होता है। प्रदेश विधानसभा के चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है।
रणसिंघा बनाने में एक कारीगर को लगते हैं 12 दिन
रणसिंघा बनाने में एक कुशल कारीगर को 10 से 12 दिन का समय लगता है। एक जोड़ी बनाने में पांच से छह किलो पीतल का प्रयोग होता है। यह छिद्र वाली दो मुड़ी हुई पीतल की नलियों से बनता है। कीप के आकार का मुख होता है। लंबवत स्थिति में पकड़कर बजाया जाता है। इसे बजाने के लिए विशेष कला चाहिए।
मंडी रैली में दिया जाना था रणसिंघा, बिलासपुर में हुआ शंखनाद
भाजपा ने पीएम मोदी के हाथों चुनाव का शंखनाद करवा दिया है। मंडी में 24 सितंबर को तय युवा विजय संकल्प रैली में पीएम मोदी को रणसिंघा सम्मान स्वरूप भेंट किया जाना था, लेकिन मोदी बारिश के कारण नहीं पहुंच पाए थे। अब बिलासपुर के लुहणू मैदान में जब मोदी पहुंचे तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व अन्य नेताओं ने उन्हें रणसिंघा भेंट किया।
बीते वर्ष दिया था त्रिशूल
27 दिसंबर को मोदी जब मंडी आए थे तो उन्हें करीब सात फीट ऊंचा 25 किलो का विशाल त्रिशूल भेंट किया था। भाजपा के चुनाव प्रचार में पीएम व सीएम का त्रिशूल वाला फोटो जगह जगह नजर आ रहा है। रणसिंघा के अलावा पीएम मोदी को चंबा थाल व ताम्रपत्र पर उकेरी हिमाचली नाटी का चित्र भी भेंट किया जाना था। ये सब आज दिया गया।
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