Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कांगड़ा में एंबुलेंस कर्मचारी सड़कों पर उतरे, उचित वेतन और सुविधाओं की मांग

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 06:29 AM (IST)

    कांगड़ा में 108 और 102 एंबुलेंस कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर धर्मशाला में प्रदर्शन किया। उन्होंने उचित वेतन ओवरटाइम और बेहतर सुविधाओं की मांग की। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे आंदोलन तेज करेंगे। विभाग ने हड़ताल के बावजूद वैकल्पिक व्यवस्था करके सेवाओं को जारी रखने का दावा किया।

    Hero Image
    धर्मशाला में सड़क पर उतरे 108 व 102 एंबुलेंस कर्मी। फोटो जागरण

    संवाद सहयोगी, धर्मशाला। अपनी मांगों के समर्थन में 108 और 102 एंबुलेंस कर्मी शुक्रवार को सड़क पर उतर आए। हिमाचल प्रदेश 108/102 कर्मचारी यूनियन (संबंधित सीटू) के आह्वान पर जिला कांगड़ा के कर्मचारियों ने धर्मशाला में प्रदर्शन किया।

    उन्होंने कहा कि 12 वर्ष से स्वास्थ्य विभाग में आपातकालीन एंबुलेंस सेवाएं देने के बावजूद उन्हें न उचित वेतन मिल रहा है और न मूलभूत सुविधाएं। 2021 में ठेका जीवीके-ईएमआरआई से बदलकर मेड्सवैन फाउंडेशन को दिया गया, तब से हालात और गंभीर हो गए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हर दिन 12 घंटे ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को न ओवरटाइम दिया जाता है और न छुट्टियों व ईएसआई-ईपीएफ जैसी सुविधाओं का लाभ। पूर्व कंपनी ने भी न ग्रेच्युटी दी और न छंटनी भत्ता, जबकि नई कंपनी भी वैसा ही कर रही है।

    इस दौरान कर्मचारियों ने 12 सूत्रीय मांगें सरकार के समक्ष रखी। इनमें न्यूनतम वेतन का भुगतान, 12 घंटे ड्यूटी पर डबल ओवरटाइम, नियमानुसार छुट्टियां, बीमार होने पर पूर्ण वेतन, गाड़ियों की सही मेंटेनेंस व इंश्योरेंस, श्रम न्यायालयों के आदेश लागू करना, यूनियन नेताओं की प्रताड़ना बंद करना, ईपीएफ व ईएसआई की त्रुटियां दूर करना, वेतन में हर वर्ष 10 प्रतिशत वृद्धि और सेवा निरंतरता और बकाया ग्रेच्युटी व छटनी भत्ता दिलाना शामिल है।

    कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। उधर विभाग ने हड़ताल को देख चालकों की वैकल्पिक व्यवस्था कर रखी थी। विभागीय चालकों सहित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन के चालकों की सेवाएं भी ली गईं।

    मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डा. विवेक करोल ने बताया कि चालकों की वैकल्पिक व्यवस्था की गई थी। उन्होंने दावा किया कि हड़ताल के बावजूद अतिरिक्त चालकों की बनाई व्यवस्था से कहीं पर भी सेवाएं प्रभावित नहीं हुईं।

    यह भी पढ़ें- शिमला में मछली पकड़ने के दौरान दर्दनाक हादसा, 18 वर्षीय युवक की करंट लगने से मौत

    यह भी पढ़ें- 'कांग्रेस सरकार की लापरवाही से सड़क किनारे सड़ रहे सेब', शिमला में राकेश डोगरा ने कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप