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    कांगड़ा हवाई अड्डा विस्तारीकरण लटका: तय समय में नहीं हो पाया भूमि अधिग्रहण, सरकार ने अगली डेडलाइन की निर्धारित

    By Rajesh SharmaEdited By: Rajesh Sharma
    Updated: Thu, 16 Oct 2025 11:48 AM (IST)

    कांगड़ा के गगल हवाई अड्डे के विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण समय पर पूरा नहीं हो सका है। सरकार ने अब इसकी समय सीमा बढ़ा दी है। इस परियोजना में 14 गांवों की लगभग 122 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। सरकार गगल में अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा बनाना चाहती है, जहाँ रात में भी लैंडिंग हो सके।

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    कांगड़ा हवाई अड्डा विस्तारीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया सुक्खू सरकार ने बढ़ा दी है।

    राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े हवाई अड्डे का विस्तार किया जा रहा है। जिला कांगड़ा के गगल स्थित हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तय समय में पूरी नहीं हो पाई है। इस कारण अब सरकार ने इसकी अवधि बढ़ा दी है। 

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    अब तीन जून 2026 तक भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी की जा सकेगी। राज्य सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की है, जिसमें प्रधान सचिव पर्यटन देवेश कुमार ने जानकारी दी है। 

    122 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण है प्रस्तावित

    इस परियोजना के तहत तहसील कांगड़ा के 10 और तहसील शाहपुर के चार गांवों सहित कुल 14 गांवों की लगभग 122.54.86 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण प्रस्तावित है। इसमें निजी और सरकारी दोनों प्रकार की भूमि शामिल है।

    पहले निर्धारित समय में पूरा नहीं हुआ भूमि अधिग्रहण

    पहले निर्धारित समय में भू अधिग्रहण का कार्य पूरा नहीं हो सका, जिसके कारण सरकार ने इसकी अवधि बढ़ाने का निर्णय लिया है। अब अगले साल तक यह प्रक्रिया पूरी होगा।

    अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा बनाने की है योजना

    कांगड़ा जिला के गगल में अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा बनाने की योजना है। इस विस्तार के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के चेयरमैन को पत्र लिखा गया था, जिसमें बार-बार उठ रही आपत्तियों का समाधान करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की टीम हिमाचल भेजने का अनुरोध किया गया है।

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    रात के समय भी लैंडिंग की संभावना में जुटी सरकार

    राज्य सरकार का उद्देश्य एक ऐसा एयरपोर्ट बनाना है, जहां रात के समय भी लैंडिंग संभव हो और बड़े जहाजों को उतारने की सुविधा हो। अब तक राज्य सरकार भूमि अधिग्रहण पर 500 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है।

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